बेंगलुरु, 23 फरवरी (आईएएनएस) भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान और बेंगलुरू एफसी के दिग्गज स्ट्राइकर सुनील छेत्री शनिवार को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेंगे जब वह शाम 7:30 बजे (भारतीय समयानुसार) श्री कांतिरावा स्टेडियम में खेले जाने वाले मुकाबले में हैदराबाद एफसी का सामना करेंगे, तो वह इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में 150 मैच पूरे कर लेंगे।
आईएसएल इतिहास में सर्वकालिक गोल-स्कोरर सूची में छेत्री (60) केवल नाइजीरियाई दिग्गज बार्थोलोम्यू ओग्बेचे (63) से पीछे हैं और यकीनन भारतीयों में सर्वश्रेष्ठ गोल-स्कोरर भारत में सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय स्ट्राइकर है।
छेत्री ने 2015 में मुम्बई सिटी एफसी के साथ अपनी आईएसएल यात्रा शुरू की, और आइलैंडर्स के लिए 11 मैच खेलकर सात गोल किए। यह उनकी कलाकारी की एक छोटी से झलक थी क्योंकि समर्थक स्टार स्ट्राइकर को सालों तक दमदार प्रदर्शन करते हुए देखने वाले थे।
आइलैंडर्स ने दूसरे सीजन से पहले हुई नीलामी में छेत्री के लिए 1.2 करोड़ रुपये की भारी-भरकम कीमत चुकाई थी, लेकिन बेंगलुरू एफसी ने 2017 में लीग में पदार्पण किया और तब से सुनील ब्लूज के मुख्य आधार रहे हैं। उन्होंने ब्लूज के साथ अपने पहले आईएसएल सीजन में शानदार प्रदर्शन किया, जब उन्होंने 14 गोल और दो में सहायता प्रदान करके अपनी टीम को उप-विजेता बनाया।
आईएसएल में उनके नाम दो हैट्रिक हैं और इस उपलब्धि को एक से ज्यादा बार दोहराने वाले वह एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। छेत्री ने लीग में पांच बार दो-दो गोल किए हैं, उन्होंने 2018-19 में बेंगलुरू एफसी के साथ लीग जीती थी और 2017-18 में प्लेयर ऑफ द सीजन का पुरस्कार अपने नाम किया था जब उनकी टीम फाइनल में चेन्नइयन एफसी से हार गई थी।
संयोगवश, जब उनसे आईएसएल में बिताए गए इतने वर्षों के सबसे यादगार पलों को लेकर पूछा गया, जो कि उनके रिकॉर्ड और उपलब्धियां सूची में सबसे ऊपर हैं, तो उन्होंने कहा, “आईएसएल ट्रॉफी जीतना लीग में मेरा सबसे यादगार पल है।”
छेत्री, प्रीतम कोटल (157), अमरिंदर सिंह (153) और मंदार देसाई (152) के बाद 150 आईएसएल मैचों के आंकड़े तक पहुंचने वाले चौथे खिलाड़ी बन जाएंगे और इस उपलब्धि से पहले उन्होंने कहा, “आईएसएल खिताब जीतना जादुई पल था। वर्तमान मुम्बई सिटी एफसी की जर्सी में खेल रहे राहुल भेके ने हमारे लिए विजयी गोल दागा था और उस पल मैं कभी नहीं भूलूंगा। पूरी तरह से अलग कारणों से, दूसरा नहीं भूलने वाला पल है घरेलू मैदान पर चेन्नइयन एफसी के खिलाफ आईएसएल में फाइनल हार। आप मुझे स्वार्थी होने के लिए माफ करें, लेकिन तीसरा यादगार पल मेरी पहली हैट्रिक है। जब मैंने अपनी पहली हैट्रिक बनाई, तब मैं मुम्बई सिटी एफसी के लिए खेल रहा था। मेरा मानना है कि वो किसी भारतीय द्वारा बनाई गई पहली हैट्रिक थी।”
छेत्री ने ब्लू टाइगर्स के लिए खिलाड़ियों के मौजूदा बैच को तैयार करने का श्रेय आईएसएल को दिया। भारतीय कप्तान के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय कोचों, खिलाड़ियों और शीर्ष भारतीय लीग में समस्त विशेषज्ञों के साथ प्रतिदिन ट्रेनिंग करने से भारतीय खिलाड़ियों को अपना स्तर ऊंचा करने में मदद मिली है।
कप्तान छेत्री ने अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगन का उदाहरण दिया, जो शायद आईएसएल के पहले चमकदार स्टार थे, जिन्होंने 2014 के उद्घाटन सत्र में इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता था।
कई मायनों में, छेत्री फुटबॉल सुपरस्टारों की पूरी युवा पीढ़ी के लिए एक पथ प्रदर्शक और आशा की किरण हैं, जिन्हें आईएसएल के कारण पहचान मिली है। छेत्री ने जिन 51 आईएसएल मैचों में गोल किए हैं, उनमें से 33 मुकाबले उनकी टीम ने जीते हैं। छेत्री इस समय आईएसएल 2023-24 में सबसे ज्यादा (4) गोल करने वाले भारतीय खिलाड़ी बने हुए हैं, लेकिन वह इससे कहीं ज्यादा ऐसे लीडर रहे हैं जिनसे प्रेरणा पाने के लिए टीम का हर सदस्य उनकी ओर देखता है। जब महत्वपूर्ण मुकाबला होता है तो वह अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊपर उठाने के साथ अपने साथियों को प्रेरित करने की अद्वितीय क्षमता रखते है।
–आईएएनएस
आरआर