कीव, 26 फरवरी (आईएएनएस)। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक जर्मन मीडिया पोर्टल के साथ साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन की सेना के सामने आने वाली कमी को देखते हुए यूरोप को यूक्रेन के अलावा तीसरे देशों को गोला-बारूद का निर्यात निलंबित कर देना चाहिए। यह साक्षात्कार सोमवार को प्रकाशित हुआ।
कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, कीव को गोला-बारूद की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अमेरिका से मिलने वाली 61 अरब डॉलर की फंडिंग कांग्रेस में फंसी हुई है, जिससे रक्षा सहायता वितरण में कमी आ रही है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि यूक्रेन को कुछ ही सप्ताह में गोला-बारूद और हवाई सुरक्षा की भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है।
कुलेबा ने मीडिया पोर्टल को बताया, “यूरोप में उत्पादित गोला-बारूद को तीसरे देशों में निर्यात करने के सभी अनुबंधों पर रोक लगा दी जानी चाहिए और ऐसे सभी गोला-बारूद को यूक्रेन भेजा जाना चाहिए।”
“यूरोप में उत्पादित प्रत्येक कारतूस को यूरोप की रक्षा के उद्देश्य को पूरा करना चाहिए।”
कुलेबा के अनुसार, यूक्रेन के यूरोपीय सहयोगी गोला-बारूद की कमी से अवगत हैं और उन्होंने स्वीकार किया है कि उन्होंने “अपने स्वयं के उत्पादन को बढ़ाने, दीर्घकालिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने और नई उत्पादन लाइनों को चालू करने” का निर्णय लेने में “बहुत देर” की।
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, हम अब इन गलतियों के लिए भर रहे हैं।”
यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक जोसेप बोरेल ने 19 फरवरी को ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की एक बैठक के बाद कहा कि उन्होंने सदस्य देशों से आग्रह किया कि यदि आपूर्ति का यह स्रोत “बेहतर, सस्ता और तेज” है तो वे ब्लॉक के बाहर यूक्रेन के लिए गोला-बारूद खरीदें।
ब्लॉक के बाहर से गोला-बारूद खरीदने की योजना को फ्रांस, ग्रीस और साइप्रस के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। फ्रांस अपने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देना चाहता है तो ग्रीस और साइप्रस अंकारा के साथ अपने तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए तुर्की उत्पादकों से हथियार नहीं खरीदना चाहते हैं।
द कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, डेनमार्क ने अपना पूरा तोपखाना दान करने का निर्णय लेकर कीव की मदद की अपील का जवाब दिया।
यूरोपीय संघ का लक्ष्य 2024 के अंत तक यूक्रेन को दस लाख से अधिक गोले उपलब्ध कराना है।
–आईएएनएस
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