मुंबई, 12 मार्च (आईएएनएस)। यह संकेत देते हुए कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में सब कुछ ठीक नहीं है, वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने मंगलवार को दावा किया कि गठबंधन के सदस्य महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से कम से कम 10 सीटों पर अभी भी रस्साकशी में लगे हुए हैं।
एमवीए के घटक दल शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत के इस बयान को खारिज करते हुए कि सीट-बंटवारे को सौहार्दपूर्ण ढंग से अंतिम रूप दे दिया गया है, अंबेडकर ने उन पर मीडिया को गुमराह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ”उन्हें अभी भी करीब 10 सीटों पर सहमति बनानी है। संजय राउत इस मुद्दे पर गलत जानकारी दे रहे हैं। हर कोई देरी को लेकर चिंतित है, झगड़ा कांग्रेस और एसएस-यूबीटी के बीच है।”
उधर, नाराजगी जताते हुए, राउत ने अंबेडकर से यह साबित करने के लिए कहा कि वह किस बारे में झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमवीए इस मुद्दे पर सीधे अंबेडकर के संपर्क में है।
एसएस-यूबीटी कथित तौर पर 18 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ी है, जबकि कांग्रेस 20 सीटों पर नजर गड़ाए हुए है, इससे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) या वीबीए सहित अन्य सहयोगियों के लिए बमुश्किल कोई गुंजाइश बच रही है।
अम्बेडकर ने विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक पर भी संदेह व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्रीय दलों को एक साथ रखने की ब्लॉक की क्षमता और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा एकतरफा रूप से सभी 42 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का उल्लेख किया।
एसएस-यूबीटी के साथ गठबंधन करने वाले अंबेेेेडकर ने फिर से संकेत दिया कि अगर एमवीए सभी सहयोगियों के साथ स्वीकार्य सीट-बंटवारे समझौते तक पहुंचने में विफल रहता है, तो वह अकेले चुनाव लड़ेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि वीबीए प्रमुख का बयान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के आज दोपहर महाराष्ट्र के नंदुरबार में अंतिम चरण में प्रवेश करने से कुछ घंटे पहले आया है।
अंबेडकर ने कहा कि 10 मार्च को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर एआईसीसी महासचिव रमेश चेन्निथला के साथ उनकी बातचीत का जिक्र किया था।
चूंकि एमवीए में सीट-बंटवारे की चर्चा में कोई प्रगति नहीं हुई, इसलिए अंबेडकर ने कहा कि उन्होंने 9 मार्च को चेन्निथला से विस्तार से बात की।
अंबेडकर ने कहा,“चेन्निथला ने कम से कम 18 सीटों पर अड़े रहने वाली शिवसेना (यूबीटी) के बारे में अपनी चिंता प्रकट की। मैंने प्रस्ताव दिया कि वीबीए और कांग्रेस को एक साथ बैठना चाहिए और उन सभी सीटों पर चर्चा करनी चाहिए, जो कांग्रेस के मन में है और एमवीए में मांग की गई है। मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस और वीबीए जल्द ही एक साथ बैठेंगे, ताकि हम भाजपा-आरएसएस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आगे बढ़ सकें।”
–आईएएनएस
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