जयपुर, 20 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान के कोटा में लापता हुई छात्रा के मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने इसे लेकर हैरान करने वाला बयान दिया है। पुलिस का कहना है कि छात्रा कोटा के किसी भी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई नहीं करती है। पुलिस के मुताबिक, दो दिन पहले (18 मार्च ) एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें छात्रा दो लड़कों के साथ घूमती नजर आई थी, जिसके बाद मामला पेचीदा लगा, लेकिन पुलिस इस एंगल पर कुछ भी कहने से बच रही है।
छात्रा के पिता ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि उनके वाट्सएप पर एक मैसेज आया है, जिसमें मैसेज भेजने वाले शख्स ने कहा कि तुम्हारी बेटी को अगवा कर लिया गया है। उसे तभी छोड़ा जाएगा, जब मांगी गई राशि हमें मिलेगी। वहीं, पिता ने वाट्सएप में मैसेज भेजकर कहा कि मुझे थोड़ा-सा समय दो। मैं तुम्हें पैसे दे दूंगा।
यही नहीं, अपहरणकर्ताओं ने छात्रा की तस्वीर भी पिता को भेजी है, जिसमें उसे रस्सी से बांधा हुआ दिखाया गया है।
पिता की तहरीर के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। छात्रा के बारे में जानकारी देने वाले शख्स को 20 लाख रुपए की इनाम की राशि भी देने का ऐलान किया गया है, लेकिन अभी तक छात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है।
कोटा की एसपी अमृता दुहान ने प्रेस कांफ्रेंस में पूरे इस पूरे मामले के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “कल शाम को शिवपुरी की पुलिस विभाग की ओर से हमें जानकारी मिली थी कि रघुवीर ठाकुर जी की बेटी कोटा में कोचिंग कर रही है और उनके पास कुछ फोटोग्राफ और धमकी भरे वाले मैसेज आए हैं। इसमें कहा गया है कि हमने आपकी बेटी को अगवा कर लिया है। हमें 30 लाख दे दीजिए। तब आपकी बेटी को छोड़ देंगे। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमों गठन किया गया है।”
पुलिस ने बताया, “बच्ची का एडमिशन कराने उसकी मां आई थी, लकिन अब तक जांच में सामने आया है कि छात्रा कोटा के किसी भी कोचिंग संस्थान में ना ही पढ़ रही है और ना ही किसी हॉस्टल या पीजी में रह रही है। छात्रा के माता-पिता को उसके अटेंडेंस और नंबरों को लेकर जो मैसेज भेजे जा रहे थे, वो किसी भी कोचिंग संस्थान की ओर से नहीं भेजे गए, बल्कि वो छात्रा ही अपनी किसी दूसरे नंबर के जरिए भेजती थी। हमने सभी जगह अपनी टीम भेजी है। इसके अलावा दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है।”
–आईएएनएस
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