अगरतला, 21 मार्च (आईएएनएस)। त्रिपुरा में विपक्षी इंडिया गठबंधन में शामिल आठ पार्टियों ने बुधवार को राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन का मुकाबला करने के लिए लोकसभा चुनाव में संयुक्त अभियान चलाने की घोषणा की।
त्रिपुरा में इंडिया गठबंधन के आठ घटकों की पहली बैठक आयोजित करने के बाद कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मा ने कहा कि उनके और सीपीआई-एम के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी के संयुक्त संयोजक के साथ 25 सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया गया है।
रॉय बर्मा ने मतदाताओं से अपने दिमाग का इस्तेमाल करने और त्रिपुरा की दो संसदीय सीटों के लिए आगामी लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में “विवेकपूर्ण तरीके से” मतदान करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने मीडिया से कहा, “वैचारिक आधार पर मतभेद होने के बावजूद हम संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और देश की संघीय प्रकृति को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। हम लोगों के समग्र हित के लिए लड़ रहे हैं।“
वहीं, सीपीआई-एम केंद्रीय समिति के सदस्य जितेंद्र चौधरी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोग लड़ने और अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने के लिए एक साथ आए थे।
चौधरी ने कहा, “हमारी लड़ाई आज उस आज़ादी को बचाने की है।”
त्रिपुरा में इंडिया गठबंधन के घटक हैं – पांच वामपंथी दल – सीपीआई-एम, सीपीआई, आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक और सीपीआई (एमएल) के अलावा कांग्रेस, गण मंच और त्रिपुरा पीपुल्स पार्टी।
इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के रूप में, पूर्व सीपीआई-एम विधायक राजेंद्र रियांग त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट (एसटी) से चुनाव लड़ेंगे, जबकि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा, जो एक पूर्व विधायक भी हैं, त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा ने 2019 में पहली बार दोनों सीटें जीतीं, जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक (त्रिपुरा पश्चिम) और शिक्षक से नेता बनीं रेबती त्रिपुरा (त्रिपुरा पूर्व) विजयी रहीं।
इस बार कृति सिंह देबबर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को क्रमशः त्रिपुरा पूर्व और त्रिपुरा पश्चिम सीटों के लिए नामित किया गया है।
पश्चिम त्रिपुरा संसदीय सीट के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा, जबकि त्रिपुरा पूर्व (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा।
–आईएएनएस
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