कोलकाता, 7 फरवरी (आईएएनएस)। हाम्रो पार्टी ने मंगलवार को कहा कि पहाड़ियों में अवैध निर्माण, जो उसके कार्यकाल के दौरान बंद कर दिया गया, बोर्ड में गार्डो के बदलाव के बाद फिर से शुरू हो गया है। पार्टी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अवैध निर्माण नहीं रोका गया, तो यहां भी जोशीमठ जैसा संकट पैदा होगा
हाम्रो पार्टी ने हाल ही में अपने छह निर्वाचित पार्षदों के भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम)-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन में शामिल होने के बाद दार्जिलिंग नगर पालिका पर नियंत्रण खो दिया है।
दार्जिलिंग नगर पालिका में पहले हाम्रो पार्टी नियंत्रित बोर्ड के अध्यक्ष रहे रितेश पोर्ताल ने कहा कि बोर्ड ने अपने कार्यकाल के दौरान पहाड़ियों में 46 अवैध निर्माणों को रोका था।
पोर्ताल ने कहा, हमने इन सभी 46 निर्माणों के मालिकों और अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए थे। दो अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया गया था। हालांकि, अवैध निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गए हैं। नए बोर्ड से हमारी मांग है कि इस तरह के अवैध निर्माणों को तुरंत बंद किया जाए, वरना यहां भी जोशीमठ जैसा संकट पैदा होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि हाम्रो पार्टी को वास्तव में अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कीमत चुकानी पड़ी है।
उन्होंने कहा, पिछले साल फरवरी में दार्जिलिंग नगरपालिका के चुनाव से पहले हमने पहाड़ियों में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया था। हमने उसी के अनुसार काम करना शुरू किया। बड़ी साजिश शुरू हुई और हमें अनैतिक रूप से बोर्ड से हटा दिया गया।
पोर्ताल ने यह भी कहा कि हाम्रो पार्टी के पार्षद बोर्ड की अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के नए अध्यक्ष दीपेन ठाकुरी को इस मामले से पहले ही अवगत करा दिया गया है। हालांकि, ठाकुरी ने आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इस बीच, बीजीपीएम के प्रमुख और गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (जीटीए) के मुख्य कार्यकारी अनित थापा ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि नया बोर्ड अवैध निर्माण के खतरे से अवगत है।
थापा ने कहा, हम इस मामले पर कड़ी नजर रख रहे हैं और जब भी जरूरत होगी, जरूरी कदम उठाएंगे।
–आईएएनएस
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