मुंबई, 22 मार्च (आईएएनएस)। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में 642.492 अरब डॉलर के अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.404 अरब डॉलर बढ़ा। यह लगातार चौथा सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई है। यह 16 फरवरी 2024 को समाप्त सप्ताह के बाद से 26.395 अरब डॉलर बढ़ चुका है।
विदेशी मुद्रा भंडार का पिछला रिकॉर्ड स्तर 3 सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में दर्ज किया गया था जब यह 642.453 अरब डॉलर था।
बढ़ता विदेशी मुद्रा भंडार अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक है क्योंकि यह डॉलर की प्रचुर आपूर्ति को दर्शाता है जो रुपये को मजबूत करने में मदद करता है।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपये के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए अधिक गुंजाइश मिलती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि आरबीआई रुपये को भारी गिरावट से बचाने के लिए अधिक डॉलर जारी करके हाजिर और वायदा मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप करता है।
इसके विपरीत, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट से आरबीआई के पास रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने के लिए कम विकल्प बचता है।
विदेशी मुद्रा भंडार पर अच्छी खबर फरवरी में निर्यात के 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने और व्यापार घाटे में गिरावट के कारण भी आई है। यह देश के बाहरी संतुलन के मजबूत होने का संकेत देता है जो आगे चलकर रुपये के लिए शुभ संकेत है।
–आईएएनएस
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