deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

साइबर हमलों से निपटने के लिए केवल 4 प्रतिशत भारतीय कंपनियां ही तैयार : रिपोर्ट

by
March 28, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

READ ALSO

चीन में यात्रा करने वालों की संख्या 22 अरब से अधिक

फ्रेंच ओपन: जानिक सिनर 94 मिनट के मास्टरक्लास के साथ चौथे दौर में

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एक नई रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में केवल 4 प्रतिशत कंपनियों के पास ही साइबर सुरक्षा जोखिमों से निपटने की तैयारी है।

सिस्को के 2024 साइबर सिक्योरिटी रेडीनेस इंडेक्स में कहा गया, ”साइबर हमलों से निपटने के लिए कंपनियों की तैयारी महत्‍वपूर्ण है। 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि अगले 12 से 24 महीनों में उनके कंपनियों की साइबर सुरक्षा में सेंध लग सकती है।”

वहीं 88 प्रतिशत कंपनियां अभी भी अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ साइबर हमले से बचाव करने की अपनी क्षमता में आश्वस्त महसूस करती हैं।

सिस्को में सुरक्षा और सहयोग के महाप्रबंधक जीतू पटेल ने कहा, “हम साइबर हमलों से निपटने के अपने आत्मविश्वास से आने वाले खतरे को कम नहीं आंक सकते।”

जीतू पटेल ने कहा, ”आज के समय में कंपनियों को एकीकृत प्लेटफार्मों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए एआई पर काम करने की जरूरत है।”

वैश्विक स्तर पर लगभग सभी (99 प्रतिशत) कंपनियों को अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा बजट में वृद्धि की उम्मीद है।

लगभग 71 प्रतिशत कंपनियां अगले 12 से 24 महीनों में अपने आईटी बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से उन्नत करने की योजना बना रही हैं।

सिस्को इंडिया और सार्क के सुरक्षा व्यवसाय के निदेशक समीर कुमार मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों को उभरते खतरों से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में एआई को फ्रंटलाइन में रखना होगा, ताकि उभरते खतरों के खिलाफ उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

Related Posts

ताज़ा समाचार

चीन में यात्रा करने वालों की संख्या 22 अरब से अधिक

May 31, 2025
ताज़ा समाचार

फ्रेंच ओपन: जानिक सिनर 94 मिनट के मास्टरक्लास के साथ चौथे दौर में

May 31, 2025
ताज़ा समाचार

सिंगापुर में 22वीं शांगरी-ला संवाद शुरू हुआ

May 31, 2025
ताज़ा समाचार

‘खीर भवानी’ मेले में हर साल जुटते हैं विस्थापित कश्मीरी श्रद्धालु : डॉ. अरविंद करवानी

May 31, 2025
ताज़ा समाचार

प्रधानमंत्री ने ‘अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्मजयंती’ कार्यक्रम को सफल बना दिया : मोहन यादव

May 31, 2025
ताज़ा समाचार

दक्षिण-दक्षिण सहयोग हमेशा से विदेशी सहयोग के लिए प्राथमिकता वाली दिशा रही है : चीन

May 31, 2025
Next Post

क्वेना मफाका के लिए बुरा सपना बना आईपीएल डेब्यू

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083082
Total views : 5884029
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In