मंडी, 29 मार्च (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत द्वारा उन पर दिए गए विवादित बयान को लेकर चुनावी सभा के दौरान पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मंडी की बहन-बेटियों के बारे में इस तरह की सोच रखना कितनी नीचता की बात है।
कंगना रनौत ने एक रैली में कहा, “मुझे सौभाग्य मिला, मेरी प्रसन्नता की कोई सीमा ही नहीं है। अपने घर, अपने लोग, अपने देश वापस आकर कौन खुश नहीं होगा। लेकिन कांग्रेस को ये खुशी नहीं भाई। उन्होंने अपनी कुराजनीति शुरू कर दी। उनके नेता राहुल गांधी कहते हैं कि हिंदुओं में जो शक्ति होती है उसे मुझे नष्ट करना है, वह इस तरह की बातें करते हैं।”
सुप्रिया श्रीनेत के बयान पर कंगना रनौत ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की प्रवक्ता कहती हैं कि मंडी में जो लड़कियां हैं उनके भाव क्या चल रहे हैं। इस तरह की नीच और अभद्र बातें सुनकर किसका दिल नहीं घबराएगा। वो मंडी जहां ऋषि पराशर ने इतनी तपस्या की, वो मंडी जहां शिवरात्रि का सबसे बड़ा मेला लगता है। मंडी की बहन-बेटियों के बारे में इस तरह की सोच रखना कितनी नीचता की बात है। लेकिन इनसे क्या उम्मीद की जा सकती है।
इससे पहले अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंडी संसदीय क्षेत्र में रोड शो किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “आप देख सकते है कि मंडी में कितनी भीड़ उमड़ी है, कितने लोग गर्वित हैं कि मंडी की बेटी और मंडी की राष्ट्रवादी आवाज इस चुनाव में यहां का प्रतिनिधित्व करेगी।
कंगना रनौत ने आगे कहा कि विकास का मुद्दा हमारे लिए मुख्य है और भाजपा की लीडरशिप है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिशा में हमारा मार्गदर्शन करेंगे, उस दिशा में हम काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
हिमाचल प्रदेश के मंडी से अभिनेत्री कंगना को भाजपा द्वारा लोकसभा टिकट दिए जाने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद सुप्रिया श्रीनेत ने यह पोस्ट डिलीट कर दिया था।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के विवादित पोस्ट को लेकर भाजपा नेता और नई दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के उपराज्यपाल को खत लिखकर महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले सुप्रिया के बयान पर एफआईआर दर्ज करने और इसकी जांच करवाने की मांग की है। एलजी ने बांसुरी की शिकायत को दिल्ली पुलिस आयुक्त को भेज दिया और मामले की वैज्ञानिक जांच करने के साथ अगर जरूरी हो तो कानून के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
–आईएएनएस
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