शहडोल, देशबन्धु। गुमशुदा नाबालिग बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी की कार्यवाही के लिए पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा प्रदेश में ऑपरेशन मुस्कान प्रारंभ किया गया है। शहडोल जिले में पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के दिशा-निर्देशन में ऑपरेशन मुस्कान के तहत विशेष अभियान चलाया जा रहा है
पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देशन में जिले की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर ऑपरेशन मुस्कान को सार्थकता प्रदान करते के साथ ही गुमशुदा बालक-बालिकाओं को दस्तयाब कर परिजनों के चेहरे की मुस्कान भी वापस लाई है। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए धनपुरी पुलिस ने 4 घंटे में अनुपपुर से और कोतवाली पुलिस ने 6 घंटे में कटनी से दस्तयाब किया है, तो जैतपुर पुलिस ने जिला गुना से दस्तयाबी की कार्यवाही की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जैतपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत नाबालिका के अपहृत हो जाने की सूचना पर धारा 363 का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही थी। प्रकरण में आये तथ्यों के आधार पर जैतपुर पुलिस ने अपहृत नाबालिका को ग्राम मगरौडा थाना फतेहपुर जिला गुना से दस्तयाब किये जाने की उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जैतपुर भानुप्रताप सिंह, ए एस आई अमित दीक्षित सायबर सेल, ए एस आई विजय बुंदेला और आरक्षक नरेंद्र सिंह की विशेष भूमिका रही।
कटनी से 6 घंटे में किया दस्तयाब
कोतवाली पुलिस को 7 फरवरी की रात्रि एक परिवार द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उनकी नाबालिग बालिका घर से कुछ राशि लेकर चली गई है जिसकी रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने धारा 363 का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। कोतवाली पुलिस द्वारा तकनीकी सहायता प्राप्त कर घटना के मात्र 6 घंटे में नाबालिग बालिका को कटनी से ढूंढ निकाला। कार्यवाही में थाना प्रभारी
कोतवाली निरीक्षक योगेन्द्र सिंह परिहार, सउनि भूपेंद्र सिंह, सउनि अमित दीक्षित प्रभारी साइबर सेल, प्रधान आरक्षक मृगेंद्र सिंह और सोनी नामदेव की उल्लेखनीय भूमिका रही।
इसी तरह धनपुरी थाने में एक परिवार ने रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उनकी नाबालिग बालिका अपहृत हो गई है। धनपुरी पुलिस ने धारा 363 का प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना शुरू की और तत्परता से कार्यवाही करते हुए अपहृता को घटना के मात्र 4 घंटे में अनूपपुर से दस्तयाब कर लिया। इस कार्यवाही में प्रभारी थाना धनपुरी सुन्दरलाल तिवारी, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र तिवारी, आरक्षक संदीप सिंह एवं साइबर सेल प्रभारी अमित दीक्षित की उल्लेखनीय भूमिका रही ।