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Home Today's Special News

भारत में शीर्ष 10 ऐप्स की डिजिटल पहुंच में व्हाट्सऐप पहले नंबर पर

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February 9, 2023
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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

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मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

एसकेके/एसकेपी

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

एसकेके/एसकेपी

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

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द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

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वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

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लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

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लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

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द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

एसकेके/एसकेपी

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

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विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। व्हाट्सऐप आसान डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के लिए भारत का सबसे सुलभ ऐप है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

लेवल ए अनुपालन स्तर पर डब्ल्यूसीएजी सफलता मानदंड की संख्या के आधार पर व्हाट्सऐप को हाई एक्सेसिबिलिटी वाले एकमात्र ऐप के रूप में रेट किया गया।

विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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द विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी द्वारा रिपोर्ट में आई-स्टेम और मिशन एक्सेसिबिलिटी के साथ ऑडिट किए गए अन्य ऐप्स में फोनपे, पेटीएम, स्विगी, जोमेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट, टेलीग्राम, उबर और ओला शामिल हैं।

मैसेजिंग, ऑनलाइन भुगतान, परिवहन, ई-कॉमर्स और खाद्य वितरण जैसी श्रेणियों में 10 ऐप्स का मूल्यांकन किया गया।

एप्लिकेशन को वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्ल्यूसीएजी) के आधार पर हाई एक्सेसिबिलिटी, मॉडरेट एक्सेसिबिलिटी और लो एक्सेसिबिलिटी वाले ऐप्स के रूप में रेट किया गया था।

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विधि के सीनियर एसोसिएट फेलो और मिशन एक्सेसिबिलिटी के सह-संस्थापक राहुल बजाज ने कहा, ऐप्स और वेबसाइटों में विकलांगों को सशक्त बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, अगर उन्हें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं किया गया है, तो वे उन बाधाओं को दोहरा सकते हैं, जिनका विकलांग लोग सामना करते हैं।

उन्होंने कहा, व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा ऐप है जिसे अत्यधिक सुलभ होने के रूप में रैंक किया गया। यह दर्शाता है कि पहुंच स्वचालित रूप से नहीं होती है, यह सक्रिय और विचारशील होना चाहिए।

वर्षों से, व्हाट्सऐप ने निजी मैसेजेस को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने और ऐप को अधिक समावेशी और सरल बनाने के लिए निरंतर उत्पाद नवाचारों में निवेश किया है।

वॉयस नोट्स, रिएक्शन और वीडियो-कॉलिंग जैसी विशेषताएं व्हाट्सऐप को एक पसंदीदा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाती हैं और इसका उपयोग में आसान इंटरफेस भी इसे लाखों भारतीयों के लिए पहले डिजिटल गेटवे में से एक बनाता है, जो आवश्यक डिजिटल सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और समाधान प्रदान करता है।

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