देहरादून, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। हरिद्वार के भगवानपुर इलाके में सोमवार देर रात पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में नानकमत्ता डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या करने वाले दो आरोपियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक आरोपी अमरजीत की एनकाउंटर में मौत हो गई, जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया। उत्तराखंड के डीजीपी ने मंगलवार को इस एनकाउंटर की पूरी जानकारी दी।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कोर्ट रोड स्थित सरदार पटेल भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया कि कल देर शाम एसटीएफ टीम ने एसएसपी हरिद्वार को उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित इनामी बदमाशों के सहारनपुर से हरिद्वार के भगवानपुर कलियर होकर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जाने की गुप्त सूचना दी। इस पर पूरे हरिद्वार जनपद में जगह-जगह एसटीएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाया गया।
उन्होंने बताया कि इसी दौरान रात लगभग 12:30 बजे मुखबिर की सूचना पर थाना भगवानपुर क्षेत्रांतर्गत गागलहेडी तिराहे के चेकिंग पॉइंट पर मोटरसाइकिल से आ रहे दो संदिग्ध बदमाशों को पुलिस टीम ने रोकने का प्रयास किया तो दोनों बदमाश नहीं रुके और पुलिस टीम से बचते हुए तेजी से भगवानपुर से इमलीखेड़ा-कलियर की तरफ भागे, जिस पर कलियर संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मार्ग में रोकने पर छंगा माजरी तिराहे से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए। जहां कुछ दूरी पर पुलिस टीमों ने इन दोनों बदमाशों को घेर लिया। पुलिस से घिर जाने पर इन बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर किया, जिस पर पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी, जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया, जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है।
डीजीपी ने बताश कि घायल बदमाश को तुरंत रुड़की सिविल अस्पताल भिजवाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसटीएफ टीम द्वारा तस्दीक किए जाने पर मृतक का नाम अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र सुरेंद्र सिंह पता फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर, पंजाब है जो 100000 रुपये का इनामी था और उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित था। अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू की उम्र लगभग 48 वर्ष थी। पुलिस को इसके पास से 32 बोर की एक पिस्टल, जिंदा कारतूस 3, खोखा कारतूस 3 के साथ घटना में प्रयुक्त स्प्लेंडर मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तराखंड के डीजीपी के साथ अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे, गढ़वाल परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक करण सिंह नगन्याल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) आयुष अग्रवाल मौजूद रहे।
–आईएएनएस
स्मिता/एसजीके