लखनऊ, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्घनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
–आईएएनएस
विकेटी/एबीएम
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लखनऊ, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्घनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
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उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
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उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
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अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
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अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
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उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
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रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
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उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
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बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
–आईएएनएस
विकेटी/एबीएम
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लखनऊ, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्घनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।
–आईएएनएस
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लखनऊ, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्घनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी (एलओ) और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के जेवर इलाके में खुर्जा बस अड्डे के पास रवि अत्री नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसे यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्रों को अहमदाबाद स्थित टीसीआई कंपनी के दफ्तर में रखे ट्रंक से निकालकर सार्वजनिक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसे बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2006 में गौतमबुद्घनगर के एक इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद वह मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था और वहीं परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आ गया। इसके बाद विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।
अत्री ने पूछताछ में बताया कि एक फरवरी को अभिषेक ने शिवम से कहकर पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर वाले ट्रंक की फोटो मंगवाई थी। उसके बाद अत्री 5 फरवरी की रात को बिहार के पटना निवासी शुभम मंडल को लेकर चुपके से कंपनी के दफ्तर पहुंचा, जहां शिवम गिरि और रोहित कुमार पहले से ही मौजूद थे।