Wednesday, October 1, 2025
deshbandhu
No Result
View All Result
  • Login
  • Register
No Result
View All Result
Morning News
No Result
View All Result
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

बेरोजगार युवाओं के समर्थन में पूर्व सीएम हरीश रावत, कहा – सरकार अपनाए हुए है तानाशाही पूर्ण रवैया

by
February 10, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
बेरोजगार युवाओं के समर्थन में पूर्व सीएम हरीश रावत, कहा – सरकार अपनाए हुए है तानाशाही पूर्ण रवैया
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

READ ALSO

एमएल. कोट्रू के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, कहा- पत्रकारिता को दिया अनमोल योगदान

महाअष्टमी की रात शख्स की गोली मारकर हत्या, एक घायल

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

ADVERTISEMENT

देहरादून, 10 फरवरी(आईएएनएस)। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया। साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।

युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए आज पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।

बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।

वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।

यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।

–आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

Related Posts

ताज़ा समाचार

एमएल. कोट्रू के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, कहा- पत्रकारिता को दिया अनमोल योगदान

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

महाअष्टमी की रात शख्स की गोली मारकर हत्या, एक घायल

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

बांग्लादेश की महिलाओं को अर्थव्यवस्था में बढ़ती कमजोरी का सामना करना पड़ रहा: रिपोर्ट

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

‘केलवा के पात’ से ‘पद्म विभूषण’ तक: शारदा सिन्हा की अनमोल यात्रा

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

महिला वनडे विश्व कप : भारतीय टीम का विजयी आगाज, श्रीलंका को दी मात, बल्ले और गेंद से दीप्ति का कमाल

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

लद्दाख प्रशासन ने सोनम वांगचुक पर लगे उत्पीड़न के आरोपों को नकारा

October 1, 2025
Next Post
मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस को पूरे राज्य में आरएसएस के मार्च को अनुमति देने का निर्देश दिया

मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस को पूरे राज्य में आरएसएस के मार्च को अनुमति देने का निर्देश दिया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

116493
Total views : 6029448
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In