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विज्ञापन के लिए आपका पर्सनल डेटा शेयर करते हैं ज्यादातर डेटिंग ऐप्स : रिपोर्ट

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April 23, 2024
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सैन फ्रांसिस्को, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। मंगलवार को एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स (80 प्रतिशत) विज्ञापन के लिए आपका निजी डेटा शेयर कर सकते हैं या बेच सकते हैं।

फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

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शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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सैन फ्रांसिस्को, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। मंगलवार को एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स (80 प्रतिशत) विज्ञापन के लिए आपका निजी डेटा शेयर कर सकते हैं या बेच सकते हैं।

फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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सैन फ्रांसिस्को, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। मंगलवार को एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स (80 प्रतिशत) विज्ञापन के लिए आपका निजी डेटा शेयर कर सकते हैं या बेच सकते हैं।

फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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सैन फ्रांसिस्को, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। मंगलवार को एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स (80 प्रतिशत) विज्ञापन के लिए आपका निजी डेटा शेयर कर सकते हैं या बेच सकते हैं।

फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

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फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

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फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

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फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

शोधकर्ता ने समलैंगिक स्वामित्व वाली और संचालित लेक्स को पॉजिटिव फीडबैक दिया, जबकि हार्मनी और हैप्पन को ठीक ठाक रेटिंग मिली।

शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

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फायरफॉक्स इंटरनेट ब्राउजर के डेवलपर मोजिला ने 25 ऐप्स की जांच की और उनमें से 22 को ‘गोपनीयता शामिल नहीं’ (प्राइवेसी नॉट इंक्लूडेड) के रूप में लेबल किया, जो इनकी भाषा में सबसे कम रेटिंग है।

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शोधकर्ता मिशा रायकोव ने कहा, “डेटिंग ऐप्स का दावा है कि आप जितना ज्यादा पर्सनल डेटा शेयर करेंगे, आपको पार्टनर मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। हम जो जानते हैं वह यह है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स उस जानकारी को सुरक्षित रखने में विफल होते हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत ऐप्स आपके कंटेंट से मेटाडेटा इकट्ठा करते हैं, जो फाइलों में जानकारी उपलब्ध होती है कि फोटो (या वीडियो) कब, कहां और किस दिन लिया गया। इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्यादातर डेटिंग ऐप्स, जैसे हिंज, टिंडर, ओकेक्यूपिड, मैच, प्लेंटी ऑफ फिश, बीएलके और ब्लैकपीपलमीट के पास अपने यूजर्स के सटीक जियो-लोकेशन डेटा तक एक्सेस है।

कुछ ऐप्स, जैसे हिंज, बैकग्राउंड में लोकेशन की जानकारी तब भी इकट्ठा करते हैं जब ऐप का इस्तेमाल एक्टिव रूप से न हो रहा हो।

सभी डेटिंग ऐप्स के लिए, शोधकर्ताओं ने अपनी टॉप-3 प्राइवेसी टिप्स शेयर की- अपनी डेटिंग प्रोफाइल को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल की तरह समझें, किसी थर्ड पार्टी अकाउंट से लॉग इन न करें, और जहां संभव हो ऐप परमिशन सीमित करें।

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