न्यूयॉर्क, 11 फरवरी (आईएएनएस)। एक भारतीय-अमेरिकी किशोरी तन्वी मारुपल्ली अमेरिका में लापता हो गई है और स्थानीय पुलिस के अनुसार, वह तकनीक उद्योग में बड़े पैमाने पर छंटनी के बीच अपने परिवार को निर्वासित किए जाने के डर से घर से भाग गई।
कार्क.कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना अमेरिकी राज्य अरकंसास में हुई और समुदाय और कॉनवे पुलिस विभाग 14 साल की लापता लड़की की तलाश जारी रखे हुए है और अब जो कोई भी उसे ढूंढेगा उसके लिए इनाम की घोषणा की गई है।
मारुपल्ली को आखिरी बार 17 जनवरी को डेविस स्ट्रीट पर उत्तर की ओर जाने वाले कॉनवे जूनियर हाई स्कूल के पास देखा गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, उसने पर्पल कोट, पिंक पुलओवर, ब्लू शर्ट और ब्लू जींस पहन रखी थी। रिपोर्ट में कहा गया है, पुलिस ने कहा कि उनका मानना है कि तन्वी के भागने के संभावित कारणों में से एक उसके परिवार को निर्वासित किए जाने का डर था।
तन्वी के पिता ने कॉनवे पुलिस विभाग को सूचित किया कि अब नौकरी खोने का खतरा नहीं है और इस समय देश छोड़ना चिंता का विषय नहीं है। चार्ली क्रॉसमैन, जो क्रॉसमैन प्रिंटिंग के मालिक हैं, ने कहा कि उन्होंने मारुपल्ली के बारे में प्रचार करने में मदद करने की उम्मीद में एक हजार से अधिक ़फ्लायर बनाए हैं।
क्रॉसमैन के हवाले से कहा गया है, मुझे उम्मीद है कि लोगों तक बात पहुंचाने के लिए मैंने तन्वी के बारे में बात की और वे उसके बारे में नहीं जानते। वे कॉनवे में रहते हैं।
क्रॉसमैन ने मरुपल्ली के माता-पिता से बात की जब वे सहायता के लिए उनकी छपाई की दुकान पर आए।
मारुपल्ली का परिवार उसे घर लाने की उम्मीद में 5,000 डॉलर का इनाम दे रहा है। खबर आती है कि एच1-ही वीजा पर हजारों भारतीय मूल के तकनीकी कर्मचारियों की नौकरी चली गई है और उनके पास नई नौकरी खोजने के लिए 60 दिन हैं, अन्यथा देश छोड़ दें।
–आईएएनएस
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