बदायूं/सीतापुर, 2 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपने परिवारजनों को सत्ता में बिठाने के लिए राजनीति करने वाले लोग देश के युवाओं का कभी भला नहीं कर सकते।
गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को बदायूं और सीतापुर के दौरे पर थे। उन्होंने कहा कि खुद को यादवों का नेता बताने वाले सपा प्रमुख ने अपने परिवार में पांच लोगों को टिकट दिया है। मैनपुरी से अपनी पत्नी डिंपल यादव, बदायूं से आदित्य यादव, फिरोजबाद से अक्षय यादव, आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव को टिकट दिया है और कन्नौज से स्वयं अखिलेश यादव लड़ रहे हैं। अखिलेश खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और सोनिया अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। अपने परिवारजनों को सत्ता में बिठाने के लिए राजनीति करने वाले लोग देश के युवाओं का कभी भला नहीं कर सकते। बरेली और बदायूं सहित पूरे देश के युवाओं का भला सिर्फ गरीब घर से आए माननीय प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है कि भाजपा 400 सीटों पर विजयी होने पर एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म कर देगी। भाजपा के पास पिछले 10 वर्षों से पूर्ण बहुमत है, लेकिन भाजपा ने इस आरक्षण को हाथ नहीं लगाया एवं जब तक भाजपा रहेगी, तब तक न स्वयं आरक्षण समाप्त करेगी और न ही किसी को हाथ लगाने देगी। कांग्रेस ने कर्नाटक में एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में डाका डालकर वर्ग विशेष को कोटा दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “घमंडिया गठबंधन के शहजादे ने चुनाव की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा के साथ की थी, लेकिन 4 जून के बाद कांग्रेस ढूंढो यात्रा के साथ इसका समापन होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनकी सहयोगी पार्टियां अपने वोट बैंक से डरती हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी नहीं डरती और डंके की चोट पर कहती है कि श्रीराम मंदिर के निर्माण का कार्य मोदी ने किया है। भाजपा ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और बाबा महाकाल के दरबार को भी भव्यता से सजाया है। सोमनाथ का मंदिर भी अब सोने का बन रहा है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं कि राजस्थान और उत्तरप्रदेश वालों का कश्मीर से क्या लेना देना है, लेकिन खड़गे साहब को ये पता नहीं है कि बदायूं का बच्चा-बच्चा कश्मीर के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार है।
–आईएएनएस
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