बीजिंग, 7 मई (आईएएनएस)। पेरिस में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन संयुक्त रूप से संवाददाताओं से मिले।
इस मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि उन्हें चीन और फ्रांस के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर फ्रांस की तीसरी राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किए जाने पर बहुत खुशी हुई है।
उन्होंने राष्ट्रपति मैक्रॉन के साथ फलदायक वार्ता की। वे इस बात से सहमत हैं कि चीन-फ्रांस संबंधों में कीमती इतिहास, अद्वितीय मूल्य और महत्वपूर्ण मिशन है, दोनों पक्षों को चीन-फ्रांस संबंधों की अगली 60 वर्ष की यात्रा शुरू करनी चाहिए।
उन्होंने चार पहलुओं के कार्य करने का फैसला किया। पहला, द्विपक्षीय संबंधों की स्थिरता को मजबूत किया जाए। दूसरा, आपसी लाभ वाले सहयोग की व्यापक क्षमता की खुदाई की जाए। तीसरा, द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को आगे बढ़ाया जाए और चौथा, वैश्विक सहयोग पर अधिक से अधिक आम सहमति को समेकित किया जाए।
फिलिस्तीन-इज़राइल मुठभेड़ और यूक्रेन संकट को लेकर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन के सैद्धांतिक रुख पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि चीन गाज़ा में एक व्यापक और स्थायी युद्धविराम को साकार करने, फिलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र का पूर्ण सदस्य बनने, फिलिस्तीनी राष्ट्र के वैध अधिकारों की बहाली का समर्थन करता है। चिरस्थायी शांति को पाने के लिए चीन “दो राज्य” समाधान को फिर से शुरू करने का आह्वान करता है।
यूक्रेन संकट के संदर्भ में चीन न तो संकट का निर्माता है और न ही भागीदार बल्कि शांति स्थापित करने में चीन सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इतिहास ने बार-बार साबित किया है कि किसी भी संघर्ष को अंततः बातचीत के ज़रिए ही हल किया जा सकता है।
चीन सभी पक्षों से संपर्क और संवाद को फिर से शुरू करने, रूस और यूक्रेन द्वारा मान्यता प्राप्त एक अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन के समय पर आयोजन का समर्थन करता है। चीन एक संतुलित, प्रभावी और सतत यूरोपीय सुरक्षा ढांचा के निर्माण का समर्थन करता रहा है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस