नई दिल्ली, 9 मई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने भारत में मुस्लिम आबादी बढ़ने को लेकर गुरुवार को कहा कि पहले की सरकारों ने कानूनों में जो बदलाव किया और पर्सनल लॉ में छूट दी गई, उसका असर आज दिख रहा है।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के एक अध्ययन से पता चला है कि 1950 से 2015 के बीच भारत में बहुसंख्यक धर्म (हिंदुओं) की आबादी में 7.8 प्रतिशत की तेज से गिरावट आई है, जबकि मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत, ईसाइयों की आबादी में 5.38 प्रतिशत, सिखों की आबादी में 6.58 प्रतिशत और बौद्धों की आबादी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस बावत पूछे जाने पर आर.पी. सिंह ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि जब जो सरकार रही हैं, उनकी नीतियां इस प्रकार की रही हैं कि एक खास समुदाय की आबादी को पुश मिला। कानूनों में बदलाव किया गया और पर्सनल लॉ में जो छूट दी गई, उसका असर आज दिख रहा है। पॉपुलेशन का बैलेंस, इनबैलेंस पर फर्क दिखाई पड़ा है।”
यह जिक्र करने पर कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों ने मान लिया था कि अनुच्छेद 370 को बदला नहीं जा सकता, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे निरस्त कर दिया। आज देशवासियों के मन में पाक के कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भी आ गया है, आर.पी. सिंह ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि धारा 370 को बदलने को लेकर लोगों के मन में कई सालों से विचार थे कि जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्णतया विलय हो। इसलिए जरूरी था कि धारा 370 को खत्म किया जाए और इसलिए आज लोगों के मन में यह भी है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, जिसे पाकिस्तान ने जबरदस्ती भारत से ले लिया था, वह भारत में वापस आना चाहिए और भारत सरकार की ऐसी मंशा है कि जल्द से जल्द उसे भारत में वापस लिया जाए।”
उन्होंने कहा, “पार्लियामेंट में भी अलग-अलग समय में जो सत्ता में आए हैं, उन्होंने विश्वास दिलाया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हम लेकर रहेंगे और यह अपेक्षा मोदी जी से ज्यादा है, क्योंकि उन्होंने के देश की सुरक्षा को लेकर जो अब तक किया है, वो किसी और ने नहीं किया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत के पास आएगा, यह उम्मीद तो हमें रखनी चाहिए।”
–आईएएनएस
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