नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। जानवरों के खिलाफ क्रूरता के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, लेकिन बहुत से मामले ऐसे है, जिन्हें दर्ज नहीं किए जाते। इन सब के बीच बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम, सनी लियोनी, जैकलीन फर्नांडीज और रवीना टंडन ने इनकी सुरक्षा के लिए “सख्त कानून” का आह्वान किया है।
फरवरी से मई तक, जानवरों के साथ हुई क्रूरता के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें जानवरों को कुचलना, उन्हें ऊंचाई से फेंकना, भूखा रखना, पीटना और एंटरटेनमेंट के लिए उनका इस्तेमाल करना शामिल है।
हाल ही में मामला ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी से सामने आया, जहां रेजिडेंशियल टावर की 15वीं मंजिल से एक आवारा कुत्ते को फेंक दिया गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कुत्तों के खिलाफ क्रूरता के बढ़ते मामले से चिंता में बॉलीवुड स्टार जॉन अब्राहम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि जानवरों के प्रति हो रही क्रूरता से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है। इन पर कार्रवाई होनी जरूरी है। आइए इन सबके खिलाफ एकजुट से लड़ाई करें और पशु दुर्व्यवहार के हर मामले की रिपोर्ट करें। पशु अधिकारों की लड़ाई में संगठनों का साथ दें। इन अपराधों के लिए सख्त कानून लागू किया जाना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, ”सरकार को अपराधियों को रोकने के लिए कड़ी सजा का प्रावधान रखना चाहिए और इन सब के लिए एजुकेशनल प्रोग्राम आयोजित करवाना चाहिए। हम सभी को जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”
पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) के अनुसार, भारत में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960, पशु क्रूरता के लिए दंडों की रूपरेखा तैयार करता है, जिसमें पहली बार दोषी ठहराए गए अपराधियों के लिए अधिकतम 50 रुपये का जुर्माना भी शामिल है (हालांकि आईपीसी में कड़ी सजा का प्रावधान है)। हालांकि, इन कानूनों का कार्यान्वयन अलग-अलग होता है, क्योंकि कई मामले रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं।
एक्ट्रेस सनी लियोनी ने कहा कि पशुओं के साथ क्रूरता मानवता का भी अपमान है।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ”सरकार कानून को और सख्त करे। हममें से हर कोई जानवरों के खिलाफ क्रूरता के मामले की रिपोर्ट पुलिस में कर सकता है।”
उन्होंने कहा, ”बच्चों को जानवरों के प्रति दयालु होना सिखाया जाना चाहिए, ताकि उनके वयस्क होने पर उनके मन में दया की भावना कायम रहे। साथ मिलकर, हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं, जहां हर एक जानवर के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाएगा, जिसके वे हकदार हैं।”
जैकलीन फर्नांडीज ने आईएएनएस को बताया, ”हम, जानवरों के लिए आवाज उठाकर बदलाव ला सकते हैं। सरकार को जानवरों की सुरक्षा के लिए कानून लाना चाहिए, साथ ही, मजबूत भविष्य के लिए पशु संरक्षण को भी प्राथमिकता देनी चाहिए, जहां हमारे समाज के सभी सदस्य, चाहे वे किसी भी प्रजाति के हों, शांति से रह सकें।”
पशु अधिकारों के बारे में हमेशा से अपनी बात रखने वाली एक्ट्रेस रवीना टंडन ने आईएएनएस को बताया कि मानवता के नाते जानवरों के खिलाफ क्रूरता को लेकर हमें अपनी आंखें नहीं मूंदनी चाहिए।
”हमें सतर्क नजर रखनी चाहिए और किसी भी तरह के दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। क्रूरता के कृत्यों की रिपोर्ट कर हम समाज को एक मैसेज देते हैं कि जानवरों के साथ दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
रवीना ने कहा, “रिसर्च से पता चलता है कि जो लोग जानवरों पर अत्याचार करते हैं, वह भविष्य में अपराधी बनते हैं, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि वक्त रहते ऐसे लोगों को कानून के तहत सजा दी जाए।”
जानवरों पर बढ़ी क्रूरता के मामलों को कैसे कम किया जाए, इस पर पेटा इंडिया के सचिन बंगेरा ने कहा, “हम स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हैं, अवॉर्ड देते हैं, एफआईआर दर्ज करते हैं और जानवरों को चोट पहुंचाने वालों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए अपने टीम नेटवर्क को एक्टिव रखते हैं।”
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी