पुणे, 30 मई (आईएएनएस)। पुणे पोर्श दुर्घटना में नया मोड़ आया है। दुर्घटना में आरोपी नाबालिग लड़के की मां शिवानी विशाल अग्रवाल की भूमिका की पुणे पुलिस जांच कर रही है। यह भूमिका सबूतों को नष्ट करने से संबंधित है।
पुणे पोर्श दुर्घटना में दो लोगों (लड़का-लड़की) की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि ससून जनरल अस्पताल के अधिकारियों ने 19 मई को नाबालिग लड़के के ब्लड सैंपल कूड़ेदान में फेंक दिए थे। उस दिन उन्होंने कथित तौर पर वहां मौजूद उसकी मां और दो अन्य लोगों के ब्लड सैंपल लिए थे।
पुलिस सामने आ रही खामियों को गंभीरता से लेते हुए शिवानी के ब्लड सैंपल एकत्र करेगी। कानूनी मंजूरी मिलने के बाद मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
19 मई को पोर्श दुर्घटना के लिए उनके बेटे को गिरफ्तार किया गया था। इस दुर्घटना में मध्य प्रदेश के दो लोग, अश्विनी कोष्ठा और अनीश अवधिया (दोनों 24 वर्ष के) मारे गए थे। इस घटना से देश भर में रोष फैल गया।
शिवानी ने रोते हुए अपने नाबालिग बेटे द्वारा रिकॉर्ड किए गए रैप सॉन्ग के कथित वीडियो को नकार दिया था। ये वीडियो सॉन्ग पोर्श दुर्घटना में बेटे की गिरफ्तारी के बाद शूट किया गया था। इस दुर्घटना में मारे गए दोनों आईटी इंजीनियर की उम्र लगभघ 24 साल थी। इस घटना के बाद देशभर में हंगामा मच गया।
पुलिस ने अब तक करीब 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं ससून जनरल अस्पताल के डीन को जांच पूरी होने तक अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। दो पुलिस अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया गया है। अब नाबालिग लड़के की मां जांच के घेरे में है।
–आईएएनएस
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