अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
ADVERTISEMENT
अगरतला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 32 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य में कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण के संतिर बाजार और गोमती जिले के सालगड़ा में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर हमले में विपक्षी दल के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि जहां भी प्राधिकरण को किसी परेशानी की सूचना मिली, सुरक्षा बल तुरंत इलाके में पहुंचा और समस्याओं का समाधान किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोमती जिले में सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए लोगों से आग्रह करने में कथित भूमिका के लिए एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
माकपा और कांग्रेस सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने शिकायत की कि धनपुर और काकराबान सहित कई जगहों पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के मतदाताओं को परेशान किया।
आठ जिलों में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाता मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए।
एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन), जो ठीक से काम नहीं कर रही थीं, उन्हें तुरंत बदल दिया गया।
मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा।
सीईओ ने कहा कि 31 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़े किए हैं, उसके बाद माकपा ने 43, टिपरा मोथा पार्टी ने 42, तृणमूल कांग्रेस ने 28 और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान कराने के लिए 3,327 मतदान केंद्रों पर करीब 31,000 कर्मी तैनात हैं।
कुल 13.99 लाख महिला मतदाताओं सहित 28.14 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं, जिसमें विभिन्न अर्ध-सैन्य बल शामिल हैं, जबकि लगभग 9,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवान और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी निष्पक्ष और हिंसा मुक्त चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है।