रायपुर, 22 जुलाई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित होटलों व ढाबों के मालिकों के नाम प्रदर्शित करने के यूपी सरकार के आदेश पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांवड़ियों को हिंदू और मुसलमान में बांटने की साजिश पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी के हित में फैसला लिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के जहरीले आदेशों और जहरीली सोच तथा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले आदेशों पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। अब भारतीय जनता पार्टी के लोगों को एहसास हो गया होगा कि वे आम चुनाव कैसे हार गए?
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा सरकार के इस फैसले का समर्थन न करने पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि जयंत चौधरी बयानबाजी करके बहादुर बन रहे हैं। अगर उन्हें सामाजिक समरसता की इतनी चिंता है तो एनडीए छोड़कर हमारे साथ किसानों की लड़ाई लड़ें। जयंत चौधरी सत्ता का सुख भोगते हैं और बयानबाजी करके बहादुर भी बनते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों चीजें एक साथ नहीं हो सकतीं। अगर जेडीयू और आरएलडी के लोग सामाजिक समरसता की बात करते हैं, तो उन्हें एनडीए छोड़कर हमारे साथ सड़कों पर उतरना चाहिए।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ट्वीट “सौहार्दमेव जयते!” को लेकर उन्होंने कहा कि देश का सांप्रदायिक सौहार्द कायम रहेगा। हमें इस पर पूरा भरोसा और उम्मीद है। पूरे इंडिया गठबंधन के लोगों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। सभी लोगों ने एक स्वर में इस आदेश की निंदा की थी। इंडिया गठबंधन ने सड़क से लेकर संसद तक इसका विरोध किया था।
उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ को सांप्रदायिक बनाने की भारतीय जनता पार्टी की साजिश विफल हो गई है।
–आईएएनएस
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