वायनाड, 3 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय तट रक्षक दल ने शनिवार को सूजीपारा जलप्रपात में फंसे तीन लोगों को रेस्क्यू किया। बचाव अभियान भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर चलाया गया।
भारतीय तट रक्षक दल की खोज टीम ने शनिवार सुबह मुंडकई से सूजीपारा तक नदी किनारे सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन लोगों को जलप्रपात के पास फंसा देखा गया। इसके बाद मेपाडी स्थित नियंत्रण केंद्र को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद थल सेना और वायु सेना के साथ मिलकर कठिन प्रयासों के बाद तीनों लोगों को सुरक्षित बचाया गया।
इस बचाव अभियान में भारतीय तटरक्षक दल, भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के जवानों ने मिलकर काम किया और तीनों को सुरक्षित बचाया। इस अभियान में शामिल जवानों की प्रशंसा की जा रही है।
बता दें कि बीते दिनों वायनाड में हुए भूस्खलन में मरने वालों का आंकड़ा 300 के पार चला गया है, जबकि अभी भी कई लापता हैं। इस घटना में चार गांव पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। भूस्खलन के कारण कई घर और सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। बचाव कार्य अभी भी जारी है, लेकिन भारी बारिश के कारण बाधा आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन में मरने वालों के लिए दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है। भूस्खलन से प्रभावित लोगों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
–आईएएनएस
पीएसके/सीबीटी