लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। ‘काकोरी ट्रेन कांड’ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश से सभी जिलों में वर्ष भर शताब्दी कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने ‘काकोरी ट्रेन कांड’ के क्रांतिकारियों को नमन कर श्रद्धांजलि दी और साल भर चलने वाले शताब्दी कार्यक्रम की रूपरेखा बताई।
‘काकोरी ट्रेन कांड’ के 100 वर्ष पूरे हो गए। इसमें तीन स्वतंत्रता सेनानी शामिल थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ देश में आजादी की ऐसी अलख जगाई थी, जो दशकों से भारतीय नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। इन क्रांतिकारियों के नाम पंडित राम प्रसाद मुखर्जी, ठाकुर रोशन सिंह और अशफाक उल्ला खान है। शहीद क्रांतिकारियों को याद करने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
राजधानी लखनऊ में ‘काकोरी ट्रेन कांड’ के क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हम लोगों ने क्रांतिकारियों के प्रति कृतज्ञता को व्यक्त करने और उनकी स्मृतियों के नमन करने के लिए ‘काकोरी ट्रेन कांड’ के सौ साल पूरे होने पर उसे शताब्दी महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। ये समारोह प्रदेश के सभी जनपदों में हो रहा है। इसमें सभी मंत्रीगण, सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य शामिल हैं। ये लोग स्कूलों में छात्रों के साथ, क्रांतिकारी परिवारों के साथ और वीर नारियों के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि “कार्यक्रम का श्रृखंलावार आयोजन होगा। इसमें शुक्रवार को शहीद स्मारकों पर राष्ट्र धुन के साथ पुलिस, पीएसी, अर्धसैनिक बल, सेना, होमगार्ड, एनसीसी के बैंड के धुन भी बजती हुई सुनाई देगी। ये क्रांतिकारियों और शहीदों के प्रति एक सम्मान का प्रतीक है। ये कार्यक्रम लगातार चलता रहेगा, इसके अलावा 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलेगा। कार्यक्रम को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है और साढ़े चार करोड़ घरों के ऊपर तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया, “प्रदेश सरकार के साथ-साथ सभी विभाग और जिला प्रशासन व सभी संस्थाएं मिलकर आगे जुड़ रही हैं। एक वर्ष तक चलने वाला ‘काकोरी ट्रेन कांड’ कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर राष्ट्रभक्ति गीतों का कार्यक्रम हर्षो-उल्लास के साथ आयोजित हुआ। अब जनपद स्तर पर सुलेख लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता और सामान्य ज्ञान जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। साल भर चलने वाले इस कार्यक्रम में हम सबकी सहभागिता होनी चाहिए।”
–आईएएनएस
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