बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 15 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी में श्रावण अष्टमी नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर पंजाब से आई लंगर कमेटियों ने श्रद्धालुओं की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महोत्सव के दौरान सभी संबंधित विभागों ने विशेष व्यवस्थाएं की, जिसमें जल शक्ति विभाग, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, नगर परिषद और मंदिर न्यास शामिल थे। इस बार के महोत्सव में पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली, और अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और माता जी के दर्शन किए।
मेला अधिकारी धर्मपाल, पुलिस मेला अधिकारी शिव चौधरी, डीएसपी विक्रांत और मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए। श्रद्धालुओं ने नवरात्रि के दौरान हवन-यज्ञ, पूजा-अर्चना की। इस दौरान जयकारों से पूरा मंदिर गूंजता रहा।
इस बार के महोत्सव में किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली। श्रद्धालुओं को कतार में ही माता के दर्शन के लिए भेजा गया। श्रद्धालुओं ने भी सुख-शांति के साथ माता के दर्शन किए।
पंजाब से आई लंगर कमेटियों ने बाहर से आए श्रद्धालुओं की खूब सेवा की। उनके खान-पान की बेहतर व्यवस्था भी की।
बता दें कि नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यह मंदिर देवी दुर्गा के नैना देवी रूप को समर्पित है। नैना देवी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल से पहले का है। नैना देवी मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है और यहां से पूरे बिलासपुर जिले का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।
मंदिर के गर्भगृह में नैना देवी की प्रतिमा स्थापित है, जो अपनी आंखों से भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां विशेष पूजा-अर्चना और मेला लगता है। यहां आकर भक्तों को आध्यात्मिक शांति और मानसिक संतुष्टि मिलती है।
–आईएएनएस
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