रांची, 16 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों के आंदोलन से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रांची स्थित रिम्स में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रही। वहीं, हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एक डॉक्टर से मारपीट के विरोध में तमाम चिकित्सक कार्य बहिष्कार करते हुए आंदोलन पर उतर आए।
जमशेदपुर के एमजीएम कॉलेज हॉस्पिटल में भी जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार से ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया। हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में आंदोलन के बीच मरीज की मौत से नाराज लोगों ने एक डॉक्टर की पिटाई कर दी। इसके बाद तमाम डॉक्टर नारेबाजी करते हुए कॉलेज के गेट के पास आ गए और ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया। नए मरीजों की भर्ती भी बंद कर दी गई है।
डॉक्टरों का आरोप है कि मरीज के परिजनों ने डॉक्टर सोमा उरांव को जान से मारने की कोशिश की है। डॉक्टर के मुताबिक मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी, जब परिजनों को इसकी जानकारी दी गई तो उन्होंने हमला कर दिया। आंदोलित डॉक्टरों का कहना है कि वे बेहद असुरक्षित हैं। जान देकर और हमले झेलकर कब तक ड्यूटी की जा सकती है?
इधर, रिम्स में जूनियर डॉक्टरों की चौथे दिन जारी हड़ताल की वजह से हर रोज सैकड़ों लोग बगैर इलाज मायूस होकर लौट रहे हैं। ओपीडी सेवाएं चरमरा गई हैं। वहीं, इनडोर मरीजों की भी परेशानी बढ़ गई है।
हालांकि, इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई हैं। जमशेदपुर स्थित एमजीएम कॉलेज हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को ओपीडी सेवाएं पूरी तरह ठप करा दी। उन्होंने कोलकाता की पीजी डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना को लेकर कैंपस में घंटों नारेबाजी की और धरना दिया।
आईएमए की झारखंड इकाई ने कहा है कि शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक राज्यभर के तमाम डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। झारखंड आईएमए के सचिव डॉ. प्रदीप सिंह ने कहा कि इस हड़ताल में सरकारी हॉस्पिटलों के साथ-साथ प्राइवेट डॉक्टर्स भी शामिल होंगे। इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी।
–आईएएनएस
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