बीजिंग, 16 अगस्त (आईएएनएस)। चीन के शीज़ांग (तिब्बत) स्वायत्त प्रदेश में अपनी तरह के पहले छंगक्वान पठार डेयरी पशु विज्ञान और प्रौद्योगिकी बैकयार्ड ने आधिकारिक तौर पर ल्हासा में अपने दरवाजे खोल दिए हैं।
उद्घाटन समारोह ने क्षेत्र के कृषि विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित किया, जिसमें एक अभिनव मॉडल पेश किया गया जो डेयरी उद्योग के भीतर प्रतिभा प्रशिक्षण, तकनीकी नवाचार और सामाजिक सेवाओं को एकीकृत करता है।
इस बैकयार्ड की स्थापना एक व्यापक पहल का हिस्सा है, जो 2023 में शुरू हुई थी, जब चीन कृषि विश्वविद्यालय ने ल्हासा में चीचाओ डेयरी पशु प्रजनन केंद्र और गाबा पारिस्थितिक चरागाह में डेयरी पशु उत्पादन प्रदर्शन माप पर काम शुरू किया था। ये प्रयास डेयरी फार्मों का वैज्ञानिक रूप से आकलन करने और डेयरी पशुओं की उत्पादन दक्षता बढ़ाने के लिए प्रबंधन प्रथाओं को अनुकूलित करने पर केंद्रित हैं।
2023 के अंत तक, चीनी शिक्षा मंत्रालय ने शीज़ांग में छंगक्वान पठार डेयरी पशु विज्ञान और प्रौद्योगिकी बैकयार्ड के निर्माण को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी। मार्च 2024 में, चीन कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. फांग छ्येनहाई के नेतृत्व में एक टीम ने केंद्र में अपना काम शुरू किया, जिससे डेयरी नवाचार के केंद्र के रूप में इसकी भूमिका और मजबूत हुई।
छंगक्वान पठार डेयरी पशु विज्ञान और प्रौद्योगिकी बैकयार्ड के मुख्य विशेषज्ञ और चीन कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वांग याछुन ने विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के सहयोग से तकनीकी प्रतिभा को विकसित करने में केंद्र की भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “यह बैकयार्ड कृषि के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के एकीकरण को मजबूत करने में आधारशिला होगा, यह सुनिश्चित करेगा कि क्षेत्र का डेयरी उद्योग उन्नत प्रथाओं के साथ फलता-फूलता रहे।”
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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