कन्नौज, 21 अगस्त (आईएएनएस)। यूपी के कन्नौज में नवाब सिंह यादव द्वारा नाबालिग से किए गए दुष्कर्म मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यूपी पुलिस ने कई दिनों की रेकी के बाद मुख्य षड्यंत्रकर्ता पीड़िता की बुआ को कन्नौज के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस बुधवार को साजिशकर्ता बुआ को कोर्ट में पेश कर रिमांड में लेने की अपील करेगी।
कन्नौज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया, “12 अगस्त की रात लगभग 1.30 बजे एक कॉल आया था, जिसमें लड़की ने बताया कि उसके साथ गलत काम करने की कोशिश की गई। सूचना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मौके पर 112 और थाने की पुलिस पहुंची थी। जहां पर लड़की को बरामद किया गया। अभियुक्त नवाब सिंह यादव को आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। उसी दिन अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।”
उन्होंने बताया, “उस समय मौके पर लड़की की बुआ भी मिली थी, जो शुरुआत में जांच में सहयोग कर रही थी। इसके बाद जब लड़की को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया तो बुआ ने जांच में बाधा डालने की कोशिश की। अगले दिन जब लड़की के माता-पिता आए तो उन्होंने यह भी बताया कि इतनी बड़ी घटना होने पर लड़की की बुआ ने उन्हें कोई सूचना नहीं दी। उन्होंने भी लड़की की बुआ पर आरोप लगाए। इसके बाद जब बुआ को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया तो वह फरार हो गईं। यह महिला तब से लगातार वांछित चल रही थी।”
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया, “महिला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विभिन्न टीमे मोर्चे पर तैनात थी। दिल्ली-एनसीआर में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। फिर सूचना मिली कि आरोपी महिला कन्नौज वापस आई है। बुधवार को कन्नौज पुलिस ने तिर्वा थाना क्षेत्र से महिला को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि वह नवाब सिंह यादव को पिछले 5-6 सालों से जानती है। महिला के नवाब सिंह यादव के साथ शारीरिक रिश्ते भी रहे हैं। 11 अगस्त को नवाब सिंह ने महिला को बुलाया था। महिला ने नवाब सिंह को बताया था कि वह लखनऊ में है और साथ में उसकी भतीजी भी है। इसके बाद इन दोनों को बुलाया गया। महिला रात में नवाब सिंह के कॉलेज पहुंची थी, जहां पर दुष्कर्म की घटना हुई।”
उन्होंने यह भी बताया, “घटना के बाद लड़की ने पुलिस को फोन कर दिया। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई। महिला ने यह भी बताया कि जब वह मेडिकल जांच के लिए गई थी तब अभियुक्त नवाब सिंह के भाई ने उसे प्रलोभन दिया था कि अगर वह बयानों से पलट जाए और मेडिकल जांच नहीं हो तो रुपए दिए जाएंगे। साथ ही कुछ अन्य लोगों के नाम लेने को भी कहा था ताकि जांच की दिशा मोड़ी जा सके।”
–आईएएनएस
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