सैन फ्रांसिस्को, 19 फरवरी (आईएएनएस)। एआई चैटबॉट चैटजीपीटी ने अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स का साक्षात्कार लिया है।
लिंक्डइन पर बिल गेट्स ने साक्षात्कार का वीडियो साझा करते हुए कहा, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और मेरा एआई चैटबॉट द्वारा साक्षात्कार लिया गया और भविष्य के बारे में बहुत अच्छी बातचीत हुई। स्पॉइलर अलर्ट, यह उज्जवल है।
रिपोर्ट के अनुसार, एआई चैटबॉट का पहला सवाल अगले 10 वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था और नौकरी बाजार पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव के बारे में था। जवाब में, बिल गेट्स ने कहा कि हमें और अधिक कुशल होने की जरूरत है, क्योंकि स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा में श्रमिकों की कमी है। उम्मीद है कि एआई जैसी तकनीक हमें और अधिक कुशल बनाने में मदद कर सकती है।
चैटजीपीटी द्वारा अगला सवाल पूछा गया कि अगर वे समय पर वापस जा सकते ह,ैं तो वे अपने करियर की शुरुआत में अपने से छोटे लोगों को क्या सलाह देंगे।
जिस पर गेट्स ने जवाब देते हुए कहा, मैं एक तरह से अत्यधिक तीव्र था और वीकेंड एवं छुट्टियों में विश्वास नहीं करता था। मेरे पास काम करने की शैली और बात करने की शैली का बहुत संकीर्ण ²ष्टिकोण था
और छोटे शुरुआती माइक्रोसॉफ्ट ग्रुप के लिए यह ठीक था, लेकिन फिर जैसे-जैसे हम बड़े होते गए, मुझे यह महसूस करना पड़ा, जैसे-जैसे आप परिवारों वाले लोगों को साथ लाते हैं, आपको इस बारे में सोचना होगा यह बहुत लंबी अवधि की बात है।
उन्होंने कहा कि वह अपने आप पर गहन थे, जिसे उन्होंने उन लोगों पर लागू किया जो उनके लिए काम करते थे और अगर वह समय पर वापस जा सकते थे तो इसे जल्द ही महसूस करना पसंद करते थे।
सुनक ने कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह एक अप्रवासी परिवार से आते हैं और उन्होंने हमेशा आगे बढ़ने के लिए काम किया है। समय के साथ मुझे एहसास हुआ है कि आपको पल में जीना है।
चैटजीपीटी ने अगला सवाल पूछा कि उनकी नौकरियों का एक पहलू क्या है जो वे चाहते हैं कि एआई उनके लिए कर सके।
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने जवाब देते हुए कहा, कि कभी-कभी जब वह नोट्स लिख रहे होते हैं, तो उन्हें चतुर बनाने के लिए एआई का उपयोग करते हैं। उनका यह भी दावा है कि उन्होंने गाने, कविताएं और अन्य काम लिखने के लिए एआई का इस्तेमाल किया है।
यूके के प्रधान मंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छा होगा यदि एआई हर सप्ताह उनके लिए पीएम के प्रश्नकाल का ध्यान रख सके।
–आईएएनएस
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