बीजिंग, 23 अगस्त (आईएएनएस)। हाल ही में 2024-25 शैक्षणिक वर्ष के लिए चीन सरकार छात्रवृत्ति के तहत चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए प्रस्थान पूर्व संगोष्ठी भारत में चीनी दूतावास में आयोजित की गई । भारत स्थित चीनी राजदूत शू फेइहोंग ने इसमें भाग लिया और भाषण दिया। संगोष्ठी में 40 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिनमें दूतावास के राजनयिकों के प्रतिनिधि, जेएनयू के प्रोफेसर बी.आर. दीपक जैसे संस्थानों के प्रतिनिधि और चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
शू फेइहोंग ने चीन सरकार की छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले भारतीय छात्रों को बधाई दी। शू फेइहोंग ने चीन-भारत के लोगों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के इतिहास, दोनों देशों के विकास और पुनरुद्धार, दोनों देशों के नेताओं की महत्वपूर्ण सहमति के कार्यान्वयन और 20वीं सीपीसी केंद्रीय समिति के तीसरे पूर्णाधिवेशन से चीन में चौतरफा सुधार गहराने से पैदा होने वाले नए अवसर के बारे में छात्रों के साथ चर्चा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि चीन में पढ़ने वाले भारतीय छात्र चीनी संस्कृति, इतिहास और समाज की गहरी समझ रखेंगे और चीन-भारत मित्रता के दूत बनेंगे।
संगोष्ठी में चीन में पढ़ रहे नए और पुराने भारतीय छात्रों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक अपनी भावनाओं और अनुभवों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें चीन की गहरी समझ होगी और आपसी समझ और दोस्ती गहरी होगी। प्रोफेसर बी.आर. दीपक ने सभी को चीन में अध्ययन करने के अवसर को संजोने, चीनी संस्कृति का प्रत्यक्ष अनुभव करने, चीन तथा चीनी लोगों के बारे में अपनी समझ को गहरा करने और पुल तथा लिंक की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रतिभागियों के बीच परस्पर संवाद हुआ।
(साभार,चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
–आईएएनएस
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