नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने 113वीं बार “मन की बात” के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। विभिन्न राज्यों और जिलों में हर बार की तरह इस बार भी आम लोगों के साथ बैठकर भाजपा दिग्गजों ने कार्यक्रम सुना। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा मौजूद रहे। मनजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक पीएम मोदी ने जो काम किया है वो किसी के बूते का नहीं था।
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने आज जो जानकारी देश की जनता को दी है, वो ऐसी जानकारी है जो लोगों के पास नहीं थी। देश के प्रधानमंत्री द्वारा हर महीने एक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। बड़ी बात ये है कि प्रधानमंत्री के ज़रिए जो जानकारी सामने आती है, वो हैरान करने वाली होती है। मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूँ जो हर महीने भारत के उन लोगों के बारे में ज्ञान देते हैं जो शायद कभी हमारे जीवन का हिस्सा नहीं रहे।”
सिरसा ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर भी राय रखी। कहा, “यूपीएस के तहत 25 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के साथ उनके परिवार को लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा है कि 25 लाख परिवार मेरा अपना परिवार है। मुझे यह सुनिश्चित करना है कि सभी कर्मचारियों को मान-सम्मान मिले इसलिए पीएम मोदी का यह ऐतिहासिक फैसला है। मुझे लगता है कि अगर अन्य राज्य भी इसी तर्ज पर चलें तो यह देश में खुशहाली लाने का एक बड़ा रास्ता है।”
वहीं, मन की बात के नियमित श्रोता एक सुरक्षा गार्ड ने भी पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम को रोचक और जानकारी परक बताया। उन्होंने कहा, पीएम मोदी का कार्यक्रम तब से सुन रहा हूं जब से यह शुरू हुआ है। इसमें दी जानकारी अभूतपूर्व होती है।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने तकनीक, स्टार्ट अप्स और वन्य जीवों के प्रति मानव जिम्मेदारी की बात की। उन्होंने कहा, “आज एक बार फिर हम देश की उपलब्धियों, देश के लोगों के सामूहिक प्रयासों की बात करेंगे। 21वीं सदी के भारत में ऐसी कई चीजें हो रही हैं जो विकसित भारत की नींव को मजबूत कर रही हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर की कि लाल किले की प्राचीर से दिए भाषण के जवाब में उन्हें कई युवाओं ने खत लिखे। उन्होंने कहा, मैंने लाल किले से बिना पॉलीटिकल बैकग्राउंड वाले एक लाख युवाओं को पॉलिटिकल सिस्टम से जोड़ने का आवाहन किया है। मेरी इस बात पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है।
पीएम आगे बोले, इससे पता चलता है की कितनी बड़ी संख्या में हमारे युवा राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं। इन युवाओं को सही अवसर और सही मार्गदर्शन की तलाश है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस विषय पर देशभर के युवाओं के पत्र मिले हैं। सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है। लोगों ने कई तरह के सुझाव भी भेजे हैं कई कुछ युवाओं ने पत्र में लिखा है कि उनके लिए वाकई यह अकल्पनीय है। कोई राजनीतिक विरासत नहीं होने की वजह से वह चाह कर भी राजनीति में नहीं आ पाए थे। कुछ युवाओं ने लिखा कि उनके पास जमीनी स्तर पर काम करने का अच्छा अनुभव है, इसलिए वे लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मददगार बन सकते हैं। कुछ लोगों ने यह भी लिखा कि परिवारवाद नई प्रतिभाओं का दमन कर देता है।
–आईएएनएस
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