भोपाल, 4 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं की मांगों पर विचार करते हुए एचआर और एस्टेट मैनेजर वर्षा झा को पद से हटा दिया गया है। इसकी सूचना स्थानीय विधायक और छात्राओं ने खुद पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
विधायक आरिफ मसूद ने कहा, “मुझे छात्राओं के प्रदर्शन के बारे में पता चला है। छात्राओं के साथ जैसा व्यवहार किया जा रहा था, वो बिल्कुल भी उचित नहीं था, लिहाजा उन्हें हटा दिया गया है। अब छात्राओं की जो भी मांग है, उसे मान लिया गया है। स्कूल शिक्षा का केंद्र है। ऐसे में वहां इस तरह का व्यवहार किसी भी बच्चे के साथ हो, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। शिक्षा अधिकारी ने भी इस संबंध में बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि हम इस मामले में समिति गठित कर जांच करेंगे और आरोपी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करेंगे।”
छात्राओं ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “वर्षा मैम हमसे अच्छा व्यवहार नहीं करती थी। हमें पढ़ाने की जगह वो हमसे साफ-सफाई का काम करवाती थी। हमसे स्कूल का कूड़ा-करकट हटाने के लिए कहा करती थी और जब कभी हम मना कर देते थे, तो हमें डांटती थी। आखिर हम स्कूल पढ़ने जाते थे या कूड़ा उठाने। यही नहीं, जब हमें किसी वजह से स्कूल जाने में देरी होती थी तो धूप में खड़ा करा दिया जाता था। उनका व्यवहार हमारे लिए बहुत बुरा था, इसलिए हम चाहते थे कि वो हमारे स्कूल में और हमारे बीच बिल्कुल भी ना रहें।”
प्रदर्शनकारी छात्राओं ने अपनी मांग पूरी होने पर खुशी जाहिर की है। इसके अलावा, कई छात्राओं ने अब मांग की है कि उनकी स्कूल की टाइमिंग बदल दी जाए। स्कूल का समय सुबह 8 से लेकर दोपहर 2 बजे तक कर दिया जाए। इससे उनकी पढ़ाई अच्छी होगी।
बता दें कि इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर कहा था कि देखिए कैसे बीजेपी के शासनकाल में बेटियों पर अत्याचार हो रहा है। यह पूरा मामला भोपाल के सरोजनी नायडू स्कूल का है, जहां लेट आने पर छात्राओं से स्कूल का कूड़ा साफ कराया जा रहा है।
–आईएएनएस
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