नागपुर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल करने में शीर्ष पर रहा। सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में कहा गया कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जून अवधि के बीच महाराष्ट्र में 70,795 करोड़ रुपये का एफडीआई आया है, जो कि इस दौरान किसी अन्य राज्य की अपेक्षा सबसे अधिक है।
एफडीआई आकर्षित करने में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर कर्नाटक है। देश के दक्षिणी राज्य में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 19,059 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया है।
इसके बाद तीसरे स्थान पर दिल्ली में 10,788 करोड़ रुपये, चौथे स्थान पर तेलंगाना में 9,023 करोड़ रुपये, पांचवें स्थान पर गुजरात में 8,508 करोड़ रुपये, छठे स्थान पर तमिलनाडु में 5,818 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देखने को मिला है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुशी जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शुक्रवार को कहा, “यह पूरे महाराष्ट्र के लिए खुशी की बात है कि देश में आने वाले कुल विदेशी निवेश में से 52.46 प्रतिशत अकेला महाराष्ट्र में आया है।”
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश में कुल 1,34,959 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेश निवेश हुआ है।
हाल ही में आईबीआई के मासिक बुलेटिन में बताया गया था कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, कम्युनिकेशन सर्विसेज, कम्प्यूटर सर्विसेज, इलेक्ट्रिसिटी, एनर्जी और अन्य सेक्टर में 80 प्रतिशत ग्रॉस एफडीआई इन्फ्लो आया है।
एफडीआई का करीब 75 प्रतिशत हिस्सा सिंगापुर, मॉरीशस, नीदरलैंड, यूएस और बेल्जियम जैसे देशों से आया है।
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। वित्त वर्ष 2024-25 में इसके 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
–आईएएनएस
एबीएस/एबीएम