जौनपुर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। सपा एमएलसी लाल बहादुर यादव की अगुवाई में समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सुलतानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर उसके घर पहुंचा। इस दौरान लाल बिहारी यादव ने मंगेश यादव के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए एनकाउंटर को फर्जी बताया और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
उन्होंने कहा कि यूपी में जाति विशेष को टारगेट किया जा रहा है। इसमें यादव, मुसलमान और पिछड़े शामिल हैं। उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। मैं योगी सरकार से पूछना चाहता हूं कि क्या यादव और मुसलमान इस प्रदेश के बाहर के हैं। मैं जौनपुर से एसपी से कहना चाहता हूं कि जिले के अपराधियों की सूची जारी करें। मंगेश किसी जघन्य अपराध में शामिल नहीं था।
उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की करवाई नाजायज है। एफाईआर में कहीं ये दर्ज नहीं है कि मंगेश किसी हीनियस क्राइम में लिप्त है। इसके आधार पर एनकाउंटर किया जाए। मंगेश के कनपटी पर गोली मारी गयी है। परिजनों को न्याय दिलाने के लिए हमारी पार्टी हर कदम उठाएगी।
दरअसल यूपी के सुलतानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस घटना को लेकर सिसायत शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना को लेकर यूपी पुलिस और सरकार पर सवाल उठाए हैं।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “लगता है सुलतानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य आरोपियों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर एक की जान ली गई।”
बता दें कि यूपी के सुलतानपुर में 28 अगस्त को दिन दहाड़े दुकान में घुसकर पांच बदमाशों ने असलहे के बल पर करोड़ों के जेवरात और नगदी लूट ली थे। मंगलवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसमें 15 बदमाशों के शामिल होने के बारे में पता चला। मुठभेड़ में तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गुरुवार सुबह डिप्टी एसपी एसटीएफ धर्मेश शाही की टीम ने हनुमानगंज (देहात कोतवाली सुलतानपुर) में हाइवे के किनारे आरोपी मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अभी 10 बदमाश फरार हैं।
–आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी