नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले 90 प्रतिशत से अधिक छात्रों के पैरेंट्स का मानना है कि वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर आशान्वित हैं। अभिभावक मानते हैं कि यहां उनके बच्चों के भविष्य की बेहतर नींव डाली जा रही है। यह स्टडी ग्लासगो यूनिवर्सिटी के एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल द्वारा की गई है।
दिल्ली सरकार ने इस पैरेंटल इंगेजमेंट स्टडी का जिक्र करते हुए बताया कि स्टडी में 90.51 प्रतिशत अभिभावकों ने माना कि दिल्ली सरकार के स्कूल अच्छा काम कर रहे हैं और 90.71 प्रतिशत अभिभावकों ने माना है कि स्कूलों में शिक्षक छात्रों का ध्यान रखते हैं। इन निष्कर्षों को ग्लासगो विश्वविद्यालय ने सोमवार को आयोजित एक बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ साझा किया। यूनिवर्सिटी की नवीनतम स्टडी पैरेंट्स सेटिस्फैक्शन इंडेक्स केजरीवाल सरकार के स्कूलों में पैरेंट्स को स्कूलों से जोड़ने और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए चल रहे विभिन्न पहलों पर केंद्रित है।
स्टडी के मुताबिक लगभग 90 प्रतिशत अभिभावक मानते हैं कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में प्रधानाध्यापक अपनी जिम्मेदारियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। लगभग 80 प्रतिशत माता-पिता शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन की गुणवत्ता से संतुष्ट हैं। 87 प्रतिशत अभिभावकों ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों का प्रदर्शन असाधारण है।
दिल्ली सरकार के मुताबिक स्टडी में ये भी साझा किया गया है कि 79.9 प्रतिशत पैरेंट्स ने माना है कि स्कूल में पढ़ाने का स्तर बहुत अच्छा है और उनके बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन मिल रही है।
91 प्रतिशत पैरेंट्स स्कूल में पानी की उपलब्धता के लिए संतुष्ट हैं। 94.84 फीसदी पैरेंट्स स्कूल में साफ सफाई को लेकर संतुष्ट हैं। 92 प्रतिशत पैरेंट्स का मानना है कि स्कूल में उनके बच्चों को बेहतर टीचिंग मटेरियल मिलता है। क्लासरूम की क्वालिटी से भी 96.78 प्रतिशत पैरेंट्स संतुष्ट हैं।
यह स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो, टिलबर्ग यूनिवर्सिटी और किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने की थी। स्टडी मई से जुलाई 2022 के बीच की गई। जिसमें दिल्ली सरकार के विभिन्न स्कूलों के 2886 पैरेंट्स के साथ चर्चा की गई।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि बच्चों के शिक्षा और सर्वांगीण विकास में माता-पिता की भागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दिल्ली सरकार की टीम एजुकेशन लगातार इस दिशा में काम कर रही है। स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी), मेगा पीटीएम और पेरेंट्स संवाद जैसे विभिन्न अनूठे कार्यक्रमों के साथ, दिल्ली सरकार के स्कूल अपने छात्रों के सीखने के क्रम में माता-पिता की भागीदारी को बढ़ाने पर लगातार काम कर रही है।
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, यह गर्व की बात है कि विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालय अब हमारे दिल्ली सरकार के स्कूलों में माता-पिता के इंगेजमेंट के मॉडल का अध्ययन करने में रुचि रखते हैं। इससे पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने दिल्ली सरकार के स्कूल मैनेजमेंट कमेटी मॉडल का स्टडी किया था। ग्लासगो विश्वविद्यालय के नवीनतम अध्ययन में यह भी कहा गया है कि स्कूल स्तर पर माता-पिता को जोड़ने की हमारी पहल ने माता-पिता को घर पर अपने बच्चों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने में मदद की है। भविष्य में, हम दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों के बेहतरी के लिए इस तरह के और स्टडी कराने का लक्ष्य रखते हैं।
–आईएएनएस
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