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भारत वैश्विक चिप हब बनने की राह पर सही दिशा में बढ़ रहा है : उद्योग जगत

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September 11, 2024
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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

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विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

एकेजे/

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। सेमीकंडक्टर उद्योग के दिग्गजों ने बुधवार को कहा कि भारत दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ चिप विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक हब बन सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

–आईएएनएस

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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जर्मनी की सेमीकंडक्टर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी इनफिनियन टेक्नोलॉजीज के सीओओ और प्रबंधन बोर्ड के सदस्य रटगर विजबर्ग ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ कार्यक्रम से इतर आईएएनएस को बताया कि भारत में चिप विनिर्माण कंपनियों के लिए शानदार अवसर हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

विजबर्ग ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में मुझे सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश द्वारा किए जा रहे काम के बारे में जानकारी मिली। भारत में सेमीकंडक्टर की बहुत आवश्यकता है और हमारी जैसी कंपनियां स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में मदद कर सकती हैं।”

देश का लक्ष्य 2030 तक 110 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर उद्योग बनना है, जो वैश्विक मांग का 10 प्रतिशत है।

विजबर्ग ने कहा कि न केवल देश में बल्कि वैश्विक बाजारों में भी चिप्स के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, “भारत दीर्घकालिक दृष्टि के साथ एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बन सकता है और मुझे विश्वास है कि भारत सरकार इस लक्ष्य को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

फूजीफिल्म इंडिया के प्रबंध निदेशक कोजी वाडा के अनुसार, सेमीकंडक्टर के बारे में सरकार की नीति बहुत ही सौहार्दपूर्ण है और उचित समर्थन से देश में चिप उद्योग फल-फूल सकता है। उन्होंने कहा, “हम भारत में मिलकर काम करना और आगे बढ़ना चाहते हैं।”

एजीएम ग्रुप के विन चैन ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया इवेंट बहुत प्रभावशाली है, जिसमें बहुत सी कंपनियां भाग ले रही हैं और बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम वास्तव में इसमें शामिल कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ में 600 से अधिक एग्जिबिटर और 100 से अधिक वैश्विक कंपनियां भाग ले रही हैं। मेसे मुंचेन इंडिया, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और डिजिटल इंडिया के साथ साझेदारी में ‘सेमी’ द्वारा देश में इस कार्यक्रम का आयोजन भारत के वैश्विक सेमीकंडक्टर पावरहाउस के रूप में उभरने की बात पर मुहर है।

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