नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। भारत और अमेरिका महत्वपूर्ण खनिजों, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और उन्नत तकनीकों को अपनाने को लेकर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और अमेरिका का रिश्ता द्विपक्षीय और भू-राजनीतिक मुद्दों में साझा हितों के साथ सबसे रणनीतिक संबंधों में से एक हैं।
दोनों देशों की ओर से वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। यूएस का डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत आने वाले इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के साथ साझेदारी करेगा।
दोनों देशों की इस पहल को इंटरनेशनल टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी और इनोवेशन (आईटीएसआई) फंड की मदद मिल रही है। इस फंड को 2022 में चिप्स एक्ट द्वारा स्थापित किया गया है।
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) की 49वीं एनुअल जनरल मीटिंग को राष्ट्रीय राजधानी में संबोधित करते हुए मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए वैश्विक गठजोड़ की आवश्यकता है।
न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को याद करते हुए गोयल ने कहा कि यह हमला हमें हमेशा याद दिलाता है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के सिद्धांत पर काम करती है। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा कार्य लगातार जनहित में किया जा रहा है। इससे देश को लोगों के जीवन में बदलाव आ रहा है।
भारत सरकार की ओर से 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
–आईएएनएस
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