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Home ताज़ा समाचार

शिक्षक बन सीएम योगी ने छात्रों को दी नसीहत; कहा- बार बार न दोहराएं गलतियां

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September 12, 2024
in ताज़ा समाचार
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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

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सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

विकेटी/एफजेड

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

विकेटी/एफजेड

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

विकेटी/एफजेड

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

–आईएएनएस

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लखनऊ, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने के लिए लखनऊ में मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे।

सीएम योगी ने यहां छात्रों के साथ अच्छा समय बिताया। सीएम योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की। सीएम ने क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया।

सीएम योगी ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए और उन्होंने छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया। सीएम योगी ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया। एक छात्र ने सीएम से पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में हिस्सा लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं?

इस सवाल के जवाब में सीएम योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर सीएम ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे।

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर सीएम योगी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है।

अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और 2 बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने सीएम से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है उसका कमोवेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे।

दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में पीएम मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा श्रद्धेय अटल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं। सवाल-जवाब के बाद सीएम योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

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