अदन, 14 सितंबर (आईएएनएस)। यूरोपीय संघ (ईयू) के नौसैनिक मिशन ने शनिवार को कहा कि यमन के हूती विद्रोहियों के हमलों के बाद लाल सागर में एक जल रहे तेल टैंकर को बचाने के लिए नये सिरे से प्रयास शुरू किए गए हैं।
यूरोपीय संघ के नौसैनिक मिशन, ‘ऑपरेशन एस्पाइड्स’ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इनमें उनके जहाज बचाव जहाजों को ग्रीक ध्वज वाले तेल टैंकर ‘सूनियन’ तक ले जाते दिख रहे हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, ये तस्वीरें शनिवार की हैं।
मिशन ने एक बयान में कहा, “क्षेत्र में संभावित पर्यावरणीय आपदा को रोकने के लिए एमवी सूनियन का बचाव अभियान जरूरी है।”
लगभग 10 लाख बैरल कच्चा तेल ले जा रहे सूनियन जहाज पर 21 अगस्त को हूती विद्रोहियों ने छोटे हथियारों, प्रोजेक्टाइल और एक ड्रोन बोट से हमला किया था। इसके 29 सदस्यीय चालक दल को एक फ्रांसीसी जहाज द्वारा बचाकर जिबूती ले जाया गया।
बाद में 29 अगस्त को हूती लड़ाकों ने एक फुटेज जारी किया, जिसमें उन्हें तेल टैंकर पर चढ़ते और विस्फोटक रखते हुए दिखाया गया, जिससे लाल सागर में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव का खतरा पैदा हो गया है।
हूती समूह उत्तरी यमन के बड़े हिस्से को नियंत्रित करता है। वह नवंबर 2023 से देश के तट के पास अंतर्राष्ट्रीय जहाजों पर हमले कर रहा है। उसका दावा है कि इजरायल-हमास संघर्ष में फिलिस्तीनियों के समर्थन में वह ऐसा कर रहा है।
क्षेत्र में अमेरिका के नेतृत्व वाले नौसैनिक गठबंधन ने जवाब में हूती सैन्य स्थलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं, जिससे संघर्ष और बढ़ गया है।
–आईएएनएस
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