नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का प्रचार अपने पूरे जोर पर है। एबीवीपी से डूसू चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी दो-समूहों में विभाजित होकर डीयू के 52 कॉलेजों और विभागों तक अपने मुद्दों को पहुंचाने लिए जुटे हैं। वहीं, एनएसयूआई व अन्य छात्र संगठन भी कॉलेजों, हॉस्टल्स और विभागों में छात्रों के बीच अपने मुद्दे लेकर पहुंच रहे हैं।
एबीवीपी का कहना है कि डूसू चुनाव में उनसे जुड़े पांच हजार से अधिक छात्र प्रचार में लगे हैं। डूसू चुनाव 27 सितंबर को होना है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के डूसू अध्यक्ष प्रत्याशी ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह, सचिव प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल व सह-सचिव प्रत्याशी अमन कपासिया सोमवार को चुनाव प्रचार के लिए अलग-अलग कॉलेज में पहुंचे।
भानु प्रताप तथा अमन कपासिया ने दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस के खालसा कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, रामजस कॉलेज, हंसराज व हिंदू कॉलेज में जाकर छात्रों से मुलाकात की। लॉ फैकल्टी के तीनों परिसरों विधि केंद्र परिसर, विधि केंद्र-1 एवं विधि केंद्र-2 में प्रचार किया गया। डूसू में एबीवीपी से अध्यक्ष प्रत्याशी ऋषभ चौधरी व सचिव प्रत्याशी मित्रवृंदा कर्णवाल ने नॉर्थ कैंपस से बाहर के कॉलेजों जैसे शहीद भगतसिंह कॉलेज, दयाल सिंह महाविद्यालय से होते हुए शिवाजी कॉलेज, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज आदि कॉलेजों में जाकर छात्रों से संवाद किया। यहां एबीवीपी ने छात्रों को अपने मुद्दों से परिचित कराया और समर्थन मांगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि वे वर्षभर कैंपस में सक्रिय रहे हैं, इसलिए उनको विद्यार्थियों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। उनके द्वारा जारी किए गए घोषणा-पत्र में विद्यार्थियों के वास्तविक मुद्दे दिखाई दे रहे हैं। उनके नेतृत्व वाले डूसू के प्रयास द्वारा संचालित यू-बसें, महिला सुरक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु प्रयास, नए छात्रावासों के निर्माण की स्वीकृति, कौशल विकास हेतु इंटर्नशिप जैसे कार्यक्रमों के आयोजन ने डीयू विद्यार्थियों का भरोसा जीता है।
एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव विद्यार्थियों के लिए लोकतंत्र के उत्सव के समान है। सोमवार को चुनाव प्रचार के दौरान एबीवीपी प्रत्याशियों ने विद्यार्थियों से लोकतंत्र में उनकी सहभागिता का आग्रह किया और क्लास कैंपेन के दौरान विद्यार्थियों से सुझाव भी लिए गए। विद्यार्थियों से अपील की गई कि इन चुनावों में अपने मत का प्रयोग जरूर करें और उनके समक्ष अपने मुद्दों को प्रमुखता से रखा।
–आईएएनएस
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