नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने वक्फ विधेयक को लेकर जेपीसी को बड़े पैमाने पर मिले एक जैसे सुझावों के पीछे बड़े षड्यंत्र की आशंका जाहिर की है। विहिप ने इसकी जांच गृह मंत्रालय से करवाने की मांग की है।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान जेपीसी को इतने बड़े पैमाने पर मिले एक जैसे सुझावों के पीछे एक बड़े षड्यंत्र की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि गृह मंत्रालय को इन सुझावों के जिहादी और देश विरोधी एंगल की जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेपीसी द्वारा लोगों और संगठनों के सुझाव आमंत्रित किए जाने के बाद जिस तरह से जाकिर नाइक जैसे कट्टरपंथी और विदेशी ताकतें सक्रिय हो गई थी, उसे देखते हुए इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि कहीं किसी भारत विरोधी टूल किट गैंग ने एआई जैसी तकनीक का इस्तेमाल करके इतने बड़े पैमाने पर सुझाव भिजवाने का काम तो नहीं किया है।
विनोद बंसल ने आगे आरोप लगाया कि इन फर्जी सुझावों के माध्यम से देश विरोधी तत्व भारत की विधायिका के विधायी कार्यों में भी हस्तक्षेप करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। यह एक गंभीर मामला है और जो लोग जिहादियों और देश विरोधी लोगों के ट्रैप में फंसे हैं, उन्हें भी बेनकाब किया जाना चाहिए और इस तरह के फर्जी और प्रायोजित सुझावों की पहचान कर, जेपीसी को उन्हें अस्वीकृत कर देना चाहिए।
इससे पहले विनोद बंसल ने जांच और कार्रवाई की मांग करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “जेपीसी को जब सुझाव भेजे जा रहे थे उस समय जाकिर नाइक, कम्युनिस्ट, जिहादी और पाकिस्तानी एजेंट जिस प्रकार अति सक्रिय रूप से भारतीय मुसलमानों को भड़काने में लगे थे, उसी से स्पष्ट हो रहा था कि इसमें कोई ना कोई घपला होने वाला है। अब यदि इतनी बड़ी संख्या में मेल आए हैं तो एक बात तो स्पष्ट है कि ये काम किसी भारत विरोधी टूल किट का ही हो सकता है। जांच व कार्रवाई ज़रूरी है।”
बता दें कि जेपीसी के सदस्य एवं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 को लेकर जेपीसी को मिले 1 करोड़ 25 लाख के लगभग सुझावों की संख्या और कंटेंट पर सवाल उठाते हुए जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर गृह मंत्रालय से जांच करवाने की मांग की है। भाजपा सांसद ने भारत से भागे हुए जाकिर नाइक और जमात-ए-इस्लामी एवं तालिबान सहित अन्य कट्टरपंथी संगठनों एवं व्यक्तियों की भूमिका के साथ-साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और चीन की एजेंसी की भागीदारी को गंभीर चिंता का विषय भी बताया।
उन्होंने जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल से इस साजिश की गृह मंत्रालय से जांच करवाने का अनुरोध करते हुए अपने पत्र में आगे लिखा कि इन सभी आशंकाओं को देखते हुए वह चेयरमैन से यह अनुरोध करते है कि जेपीसी को मिले सुझावों के स्रोत की गहन जांच करने की अनुमति गृह मंत्रालय को दें। इस जांच में कट्टरपंथी संगठनों, जाकिर नाइक जैसे व्यक्तियों और आईएसआई एवं चीन जैसी विदेशी शक्तियों के साथ-साथ उनसे अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों की संभावित भूमिका को भी शामिल किया जाना चाहिए।
–आईएएनएस
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