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Home ताज़ा समाचार

कंगना रनौत के बयान पर केजरीवाल का तंज, ‘बज रही खतरे की घंटी ’

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September 25, 2024
in ताज़ा समाचार
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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

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बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

डीकेएम/सीबीटी

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

डीकेएम/सीबीटी

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

–आईएएनएस

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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महम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महम विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को चेताते हुए कहा, अब खतरे की घंटी बज रही है। उन लोगों की नियत खराब है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का फि‍र लाना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान आपके घरों से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर धरना देने आया था। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने आपके परिवार के सदस्यों की सेवा की थी। मुझसे जो हो सकता था, मैंने मदद की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगा कि वह चुनाव हार जाएंगे, तो उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि शंभू बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वे किसान नहीं हैं। इस बार जब मतदान के दिन वोट देने जाना, तो इस तरह से बटन दबाना कि खट्टर को पता चल जाए वो असली नहीं नकली हैं।

बता दें कि बुधवार को कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो पोस्ट क‍िया। कंगना ने वीडियो में कहा, तीन कृषि कानूनों को लेकर उनका विचार निजी था।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान पर कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कंगना का बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इस पर कंगना ने कहा था, बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं।

कंगना ने वीडियो में कहा, कुछ समय से मीडिया मुझसे लगातार कृषि कानून पर सवाल कर रहा था। मैंने कहा था कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। मैं मानती हूं कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के शब्दों की गरिमा रखनी चाहिए। मुझे अब यह भी ध्यान रखना होगा कि मैं एक कलाकार नहीं, बल्कि, भाजपा की एक कार्यकर्ता भी हूं। मेरे द्वारा दिए गए बयानों से किसी को निराशा हुई है, तो मुझे खेद है।

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