वाराणसी, 30 सितंबर (आईएएनएस)। कुपोषण कम करने और पोषण सुधारने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन ने वाराणसी में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया। फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के अंतर्गत, मलिन बस्तियों में जागरूकता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में 6,000 से अधिक लोगों को पोषण के महत्व, संतुलित आहार और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई।
वाराणसी की शहरी मलिन बस्तियों में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, बच्चों, किशोरियों और पुरुषों के बीच पोषण के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना था, ताकि कुपोषण को कम किया जा सके और पोषण स्तर में सुधार किया जा सके।
इस वर्ष का विषय ‘सुपोषण में पोषण उत्सव’ था। इसके अंतर्गत नेवादा, सुंदरपुर, गैबी, लल्लापुरा, नक्खीघाट, राजघाट, बजरडीहा सहित अन्य मलिन बस्तियों में विभिन्न गतिविधियां आयोजित हुईं। रैली, पोषण मेला, पोषण संवाद, कुकिंग डेमो और स्वस्थ बाल प्रतियोगिताओं का आयोजन इनके अंग रहे।
कार्यक्रमों में स्थानीय और सस्ते मोटे अनाज जैसे रागी, बाजरा और सहजन के उपयोग से संतुलित आहार की जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका पुनीता सिंह और राजकीय आयुर्वेद कॉलेज की डॉक्टर रुचि तिवारी एवं डॉक्टर अश्विनी कुमार गुप्ता ने संतुलित आहार और बच्चों के सम्पूर्ण विकास के बारे में बताया।
साथ ही, बीएचयू के साथिया केंद्र की महिला काउंसलर नेहा चौधरी ने किशोरियों को माहवारी स्वच्छता और आयरन युक्त भोजन के महत्व पर विशेष जानकारी दी। अदाणी फाउंडेशन की सुपोषण अधिकारी ममता यादव ने संतुलित आहार के महत्व पर जोर देते हुए गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व जांचों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
स्वास्थ्य विभाग की एएनएम अनुपमा ने किशोरियों और महिलाओं को एनीमिया के दुष्प्रभाव और टीकाकरण की जानकारी दी। इस अभियान के माध्यम से पूरे माह में लगभग 6,000 से अधिक लाभार्थियों को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सुपोषण संगिनी सहित कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहीं।
–आईएएनएस
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