नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)। डिजिटल जमाने के इस दौर में लोग जितना आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं, उतनी ही तेजी से वे खुद को कई बीमारियों से घिरा पाते हैं। वर्तमान में बच्चों से लेकर कामकाजी लोगों तक और यहां तक कि गृहणियां भी अपने जीवन में किसी न किसी बात को लेकर तनाव में रहती हैं। कभी-कभी यह तनाव कम समय के लिए होता है, मगर अगर यह तनाव लंबे समय तक रहे तो यह क्रोनिक स्ट्रेस यानि गंभीर तनाव को कारण बन सकता है जो हार्ट के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
हार्ट से क्रोनिक स्ट्रेस के संबंध को जानने के लिए आईएएनएस ने जयपुर स्थित कृष्णा हार्ट एंड जनरल हॉस्पिटल के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रजत गुप्ता से बात की। उन्होंने बताया, “आपका दिल सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, और इसकी देखभाल के लिए खास ध्यान देने की जरूरत है। खान-पान की आदतों और खराब जीवनशैली से व्यक्ति को हार्ट संबंधी समस्याएं आ सकती हैं। इसके उलट अगर इन चीजों पर ध्यान दिया जाए तो हार्ट को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “दिल का ख्याल रखने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर सबसे आप हार्ट डिजीज से अपने आप को बचा सकते है। हार्ट डिजीज की संभावना को कम करने के लिए स्वस्थ आहार के साथ नियमित व्यायाम के जरिए आप अपने दिल को सेहतमंद बनाए रख सकते है।”
डॉ. गुप्ता ने बताया कि लोग अक्सर छोटे-मोटे तनाव को गंभीरता से नहीं लेते, जो आगे चलकर बड़ी समस्या बन जाता है। जब तनाव हद से ज्यादा बढ़ जाता है तो वह क्रोनिक स्ट्रेस यानि गंभीर तनाव का रूप ले लेता है जो हार्ट के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा, ”क्रोनिक तनाव आपके दिल पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और योग जैसी क्रियाओं का अभ्यास आपको क्रोनिक तनाव से होने वाली स्थितियों से बचा सकता है। इसके साथ ही इससे कोर्टिसोल के स्तर के साथ रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। शौक के लिए समय निकालना, दोस्तों के साथ मिलना-जुलना और पर्याप्त नींद लेना भी तनाव को कम करने में मदद करता है। तनाव को कम करना भावनात्मक और मानसिक रूप से व्यक्ति के स्वास्थ्य को सही रखने में मदद करता है।”
हार्ट को स्वस्थ बनाए रखने के लिए डॉक्टर ने कहा, ”दिल को सेहतमंद बनाए रखने के लिए भोजन में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और स्वस्थ वसा जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके साथ ही सैल्मन, अखरोट और अलसी जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्रोतों को भी अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। ये खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही मीठे स्नैक्स और ट्रांस फैट को सीमित करना आवश्यक है, क्योंकि ये धमनियों में प्लाक बिल्डअप का कारण बन सकते हैं, जिससे दिल के रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा नमक के कम सेवन के साथ सोडियम की मात्रा को कम करके ब्लड प्रेशर को सही रखने में मदद मिलती है।”
उन्होंने आगे कहा, “एक बेहतर जीवनशैली दिल को स्वस्थ को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नियमित व्यायाम में तेज चलना, तैरना या साइकिल चलाना, हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसके साथ ही वजन को सही बनाए रखने में भी मददगार होता है।”
डॉ. गुप्ता ने लोगों को सलाह देते हुए कहा, “व्यक्ति को हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए। धूम्रपान से बचने के साथ ही शराब के सेवन को सीमित करना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों ही हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक से जुड़े हैं।”
रजत गुप्ता ने कहा कि इन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से हार्ट डिजीज के जोखिम काफी कम किया जा सकता है, जिससे आप एक स्वस्थ, लंबा जीवन जी सकते हैं।
–आईएएनएस
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