नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में बुधवार को पारंपरिक भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण रहा। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) ने पहली बार आयोजित होने जा रहे खो-खो विश्व कप की तारीखों का ऐलान किया और इसके लोगो का अनावरण किया।
वैश्विक खेल परिदृश्य में प्रवेश करने के लिए तैयार भारत के प्राचीन खेलों में से एक खो-खो के इस विश्व कप के उद्घाटन संस्करण का आयोजन अगले साल 13 से 19 जनवरी तक नई दिल्ली में होगा। इस अभूतपूर्व टूर्नामेंट के माध्यम से भारत के प्रिय स्वदेशी खेल को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का वादा किया गया है।
लॉन्चिंग समारोह में टीम महाराष्ट्र और शेष भारत के बीच एक शानदार प्रदर्शनी मैच खेला गया। महाराष्ट्र ने 26-24 से मैच जीत लिया। इस दौरान रोमांचित दर्शक अपनी सीटों से चिपके रहे।
इसके बाद विश्व कप के आधिकारिक लोगो और टैगलाइन का अनावरण किया गया। सैकड़ों युवा महत्वाकांक्षी एथलीटों और स्कूली छात्रों ने अपने खेल के सपनों की सुबह देखी, जिससे माहौल उत्साह से भर गया। इस प्राचीन भारतीय खेल को वास्तव में अंतर्राष्ट्रीय बनाने के लिए इस टूर्नामेंट में 24 देशों की प्रभावशाली लाइनअप शामिल होगी, जिसमें पुरुष और महिला दोनों टीमें विश्व वर्चस्व के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, “खो खो हमारे देश की मिट्टी का खेल है। इसलिए, हमें इस खेल को मैट पर लाने पर बहुत गर्व है। महासंघ को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिसने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है कि खो-खो एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन जाए। हमने सबसे पहले अल्टीमेट खो -खो लीग के माध्यम से खेल को इसके प्रशंसकों तक पहुंचाया और अब पहले खो-खो विश्व कप के साथ चीजों को अगले चरण पर ले जाने का समय आ गया है।”
यह ऐतिहासिक चैंपियनशिप खो-खो के लिए एक बड़ी छलांग है, जिसने इसे लोकप्रिय स्थानीय खेल से वैश्विक इवेंट में बदल दिया है। भारत इस खेल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है और 2025 विश्व कप गति, रणनीति और खेल उत्कृष्टता का एक अविस्मरणीय उत्सव होगा।
–आईएएनएस
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