नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
जीसीबी/एबीएम
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
जीसीबी/एबीएम
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज दुबई पंहुचा था। नौसेना के जहाज ‘आईएनएस शार्दुल’ ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की यह यात्रा की। ‘आईएनएस शार्दुल’ यहां दुबई के पोर्ट रशीद पहुंचा था। भारत और यूएई के समुद्री जहाज यहां संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का हिस्सा भी बने।
इस संयुक्त युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री युद्ध में बेहद जरूरी माने जाने वाले ‘कम्युनिकेशन’ अभ्यास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
तैनाती और युद्ध अभ्यास पूर्ण होने के उपरांत शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दुबई में इस तैनाती के दौरान भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस शार्दुल’ पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने यूएई नौसेना के साथ बातचीत, क्रॉस ट्रेनिंग विजिट और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस शार्दुल के समुद्री प्रशिक्षु नौसेना अधिकारी यहां प्रशिक्षण अकादमी और यूएई नौसेना जहाज के संयुक्त दौरों में शामिल हुए। इससे उन्हें साझा जानकारी और प्रशिक्षण पर पेशेवर बातचीत और चर्चा का अवसर मिला। दोनों देशों के बीच हुए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र में योग और खेल कार्यक्रम यात्रा के अन्य मुख्य आकर्षण थे।
इसके अलावा भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस शार्दुल पर एक औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसमें यूएई नौसेना के कर्मियों और अधिकारियों, राजनयिकों और भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। दुबई से प्रस्थान पर आईएनएस शार्दुल ने संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना जहाज अल कुवैसैट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लिया। दोनों जहाजों ने आपसी समन्वय का प्रदर्शन करते हुए नौसैनिक युद्धाभ्यास, संचार अभ्यास और समन्वित गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की दुबई यात्रा भारत-यूएई समुद्री संबंधों के महत्व और आईओआर में सागर की दृष्टि के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।