पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में डेंगू मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या ने त्योहार के इस मौसम में लोगों में डर बैठा दिया है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हालांकि डेंगू से बचने को लेकर सभी तरह की सावधानी बरतने में जुटी है।
सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इस साल प्रदेश में अब तक डेंगू के 5,888 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमे सिर्फ पटना के 2,920 लोग शामिल हैं। प्रदेश में मंगलवार को एक दिन में सबसे अधिक 234 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। इधर, सरकारी अस्पतालों में डेंगू के संभावित मरीजों की संख्या जांच के लिए पहुंच रही है। कई डेंगू मरीजों का इलाज घर पर ही चल रहा है।
आंकडों के अनुसार, 14 अक्टूबर को राज्य में 130 डेंगू मरीजों की पहचान की गई थी जबकि 15 अक्टूबर को 146 डेंगू से पीड़ित लोग सामने आए थे। 18 और 19 अक्टूबर को 198 -198 मरीजों की पहचान की गई थी। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निबटने के लिए सभी जिलों को अलर्ट किया है।
बताया गया कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 बेड, जिला अस्पतालों में पांच बेड, प्राथमिक स्वास्थ्य और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी दो -दो बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित रखने के लिए कहा गया है।
पटना जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि पटना के कई इलाकों में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि पटना में 14 अक्टूबर को 58 मरीज सामने आए थे। जबकि 19 अक्टूबर को 105 मरीज सामने आए थे। दावा किया जा रहा है कि जो लोग डेंगू की चपेट में आये हैं उनके घर और आसपास के क्षेत्रों में फॉगिंग और लार्वासाइडल का छिड़काव किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पाटलिपुत्र अंचल में अब तक 425 से अधिक मरीजों के घरों और उसके आसपास फॉगिंग की जा चुकी है।
इधर, सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
–आईएएनएस
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