नई दिल्ली, 23 फरवरी (आईएएनएस)। जी एंटरटेनमेंट के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका ने गुरुवार को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) में अपील दायर कर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की मुंबई बेंच द्वारा दिए गए आदेश के खिलाफ राहत मांगी है।
बयान में कहा गया- गोयनका जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (जी) के सभी हितधारकों के हितों की रक्षा के लिए और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ प्रस्तावित विलय को समय पर पूरा करने के लिए कानून के अनुसार सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
गोयनका के कार्यालय के बयान में कहा गया है, गोयनका विलय की क्षमता में ²ढ़ता से विश्वास करते हैं, जिससे सभी हितधारकों को अत्यधिक मूल्य प्रदान किया जा सके। जी एक कर्ज-मुक्त और आर्थिक रूप से मजबूत कंपनी है, और अपने हितधारकों के लिए मूल्य निर्माण में विश्वास करती है। कंपनी के दिवाला प्रक्रिया में भर्ती होने के बाद गुरुवार को जी एंटरटेनमेंट के व्यापार में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी।
जी एंटरटेनमेंट दोपहर के कारोबार में बीएसई पर 8.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 187.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था और इसका स्टॉक अब 52 सप्ताह के निचले स्तर पर है। जी एंटरटेनमेंट ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा- दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 की धारा 7 के तहत कंपनी के खिलाफ इंडसइंड बैंक लिमिटेड द्वारा दायर याचिका में, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल, मुंबई बेंच ने 22 फरवरी के अपने आदेश में कंपनी को संहिता के प्रावधानों के तहत कॉपोर्रेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस में शामिल करने की बात कही है।
–आईएएनएस
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