कोच्चि, 24 फरवरी (आईएएनएस)। वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के संयोजक और माकपा के शीर्ष नेता ई.पी. जयराजन को केरल में एक निजी कार्यक्रम में देखा गया। जयराजन अक्सर स्वास्थ्य के चलते पार्टी के प्रमुख कार्यक्रमों से दूर रहते हैं।
जयराजन सीपीआई (एम) की चल रही राज्यव्यापी यात्रा से अनुपस्थित रहे हैं, जिसे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार शाम को कासरगोड में हरी झंडी दिखाई और पार्टी के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने इसका नेतृत्व किया।
कासरगोड कन्नूर में जयराजन के गृह नगर से लगभग 90 किलोमीटर दूर है, जबकि यात्रा को हरी झंडी दिखाने से एक दिन पहले उन्हें रविवार को कोच्चि में बिचौलिए नंदकुमार के आवास पर देखा गया था।
कन्नूर से कोच्चि की दूरी 225 किलोमीटर है और जयराजन पार्टी के महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने के बजाय नंदकुमार के घर पहुंचे।
नंदकुमार के घर पर जयराजन की मौजूदगी ने माकपा के शीर्ष नेतृत्व को नाराज कर दिया है। गोविंदन शुक्रवार को मीडिया से मिले तो उन्होंने कहा कि उन्हें जयराजन की कोच्चि यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
गोविंदन ने कहा, मैंने व्यक्तिगत रूप से उन्हें हरी झंडी दिखाने के समारोह में आने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने कहा कि चूंकि विजयन ऐसा कर रहे हैं, इसलिए उनकी उपस्थिति की आवश्यकता नहीं है। मुझे उनकी कोच्चि यात्रा के बारे में पता नहीं है।
नंदकुमार बार-बार खबरों में रहे हैं और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खास साथियों में नहीं आते हैं। यही कारण है कि पार्टी के कुछ अंदर के नेताओं ने ही जयराजन के इस कदम पर नाराजगी जताई है।
पार्टी के शीर्ष नेता पहले जयराजन से नाराज थे, जब वह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ पार्टी द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन से अनुपस्थित थे।
इस बीच, सफाई देते हुए जयराजन ने कहा है कि वह एक बीमार पार्टी पदाधिकारी से मिलने कोच्चि में थे और जब उन्हें नंदकुमार की मां के सम्मान में होने वाले समारोह के बारे में पता चला, तो वह वहां भी चले गए।
राज्य के पूर्व उद्योग मंत्री जयराजन पहली पिनाराई विजयन सरकार में दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति थे, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दिए जाने से समीकरण बदल गए।
अनुशासित पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की। कोडियरी बालकृष्णन के निधन के बाद जयराजन को पोलित ब्यूरो में नामित नहीं किया गया, तो वे और भी नाराज हो गए। पार्टी ने गोविंदन को न केवल राज्य पार्टी सचिव, बल्कि पोलित ब्यूरो में भी नामित किया।
जयराजन पार्टी में गोविंदन से वरिष्ठ हैं और दरकिनार किए जाने से नाराज हैं।
कुछ समय पहले उनके परिवार के सदस्यों द्वारा एक आलीशान आयुर्वेद रिसॉर्ट में भारी निवेश किए जाने को लेकर विवाद छिड़ गया था।
अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह उनके सहयोगी और पार्टी के एक अन्य दिग्गज पी. जयराजन थे, जिन्होंने पार्टी की आंतरिक बैठक के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। जब इस खबर ने जोर पकड़ लिया, तो पार्टी को मीडिया की उन खबरों का खंडन करने के लिए मजबूर होना पड़ा कि इस पर पार्टी की जांच की जाएगी।
–आईएएनएस
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